जिला पर्षद अध्यक्षा नूतन पासवान की कुरसी खतरे में है. उनके खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए शनिवार की दोपहर एक बजे समाहरणालय स्थित जिला पर्षद कक्ष में बैठक होगी. चर्चा के बाद वोटिंग होगी. उधर, शुक्रवार को इसको लेकर जोड़-तोड़ जारी रहा. एक पार्षद के अपहरण व हत्या की अफवाह से पुलिस के साथ अन्य पार्षद भी परेशान रहे.
पटना: अविश्वास प्रस्ताव से पहले अध्यक्ष व विपक्षी गुट ने बहुमत का दावा किया है. विपक्षी गुट ने प्रस्ताव के समर्थन में 26 पार्षदों का हस्ताक्षर युक्त आवेदन सौंपा था. उनका दावा है कि इसकी संख्या बढ़ कर 30 से अधिक हो गयी है. वहीं, अध्यक्ष गुट का कहना है कि अधिकतर पार्षद प्रस्ताव के विरोध में हैं. इस प्रस्ताव को गिराने में अधिक मशक्कत नहीं करनी होगी.
उपाध्यक्ष करेंगी अध्यक्षता
प्रावधान के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जिप उपाध्यक्ष मीना देवी बैठक की अध्यक्षता करेंगी. वोटिंग के दौरान डीएम डॉ एन सरवण कुमार भी मौजूद रहेंगे. वोटिंग से पहले विपक्षी गुट द्वारा अध्यक्ष पर लगाये गये आरोपों पर चर्चा होगी. अध्यक्ष पर समय पर बैठक नहीं कराने, योजना राशि के वितरण में भेद, परिषद् की उपसमितियों को अधिकार नहीं देने तथा विकास कार्य बाधित सहित कई आरोप हैं.
बैलेट पेपर से होगी वोटिंग
वोटिंग बैलेट पेपर से होगी. कुल 46 पार्षदों के लिए 46 बैलेट पेपर तैयार होगा. हर बैलेट पेपर पर दो क्रमांक होंगे. पहले क्रमांक पर ‘विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में’ और दूसरे क्रमांक पर ‘विश्वास प्रस्ताव के विरोध में’ लिखा होगा. वोटिंग की घोषणा होते ही उपस्थित पार्षदों को बैलेट पेपर दिया जायेगा. पार्षद अपने मन मुताबिक क्रमांक पर टिक लगा कर उसे बैलेट बॉक्स में जमा कर देंगे. मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद पक्ष व विपक्ष में पड़े वोटों की गिनती कर परिणाम निकाला जायेगा. प्रस्ताव को पास कराने के लिए विपक्षी गुट को आधे से अधिक सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता होगी. 46 सदस्यीय जिला पर्षद में कम से कम 24 सदस्यों का समर्थन पाना होगा. इससे एक भी कम वोट मिलने पर अविश्वास प्रस्ताव गिर जायेगा.