हथुआ/बनियापुर : गोपालगंज जिले के फुलवरिया प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, माड़ीपुर के तीन चापाकलों में जहर डालने की सूचना मिलते ही सोमवार को पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. चापाकल से पानी का रंग नीला निकलने के बाद तुरंत इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गयी.
मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने तीनों चापाकलों को सील कर दिया और पानी के सैंपल को जांच के लिए गोपालगंज भेजा गया है.वहीं, सारण के बनियापुर प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय, चेतन छपरा में रविवार की रात असामाजिक तत्वों ने विद्यालय की कई खिड़कियों एवं दरवाजे को तोड़ डाला व कक्षा में लगे तालों में अलकतरा डाल दिया, वहीं विद्यालय के चापाकल में तैलीय रासायनिक पदार्थ डाल दिया. मशरक कांड के बाद चापाकल में सल्फास डालने की यह चौथी है.
बताया जाता है कि सोमवार को फुलवारिया प्रखंड के उमवि, माड़ीपुर विद्यालय परिसर से सटे एक चापाकल से नीले रंग का पानी निकलने लगा. तुरंत ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. तब तक बच्चे भी स्कूल आने लगे. बच्चों के विद्यालय पहुंचने के बाद ग्रामीण और भी परेशान हो गये.
स्कूल के अंदर लगे चापाकलों में भी वही स्थिति थी. काफी देर तक अफरा–तफरी रही. सूचना पाते ही फुलवरिया के थानाध्यक्ष उस्मान अहमद, बीडीओ निजामुद्दीन अंसारी, सीओ असरूद्दीन अंसारी, बीइओ उर्वशी देवी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी प्राप्त की.
ग्रामीणों का कहना है कि इन तीनों चापाकलों का पानी स्वच्छ होने के कारण ग्रामीण उसका इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अचानक इसके रंग बदल जाने के कारण इसमें जहर डाल देने की आशंका जतायी जा रही है. प्रशासन ने तत्काल ही पानी के सैंपल को गोपालगंज भेजते हुए तीनों चापाकलों को सील कर दिया है.
विद्यालय की प्रधान शिक्षिका ने बताया कि जब तक रिपोर्ट नहीं आती, तब तक पानी पीने पर रोक लगा दी गयी है. एसपी डॉ विनोद कुमार चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जांच के लिए सैंपल लिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी कि मामला क्या है.
इधर, बनियापुर प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय, चेतन छपरा में सोमवार को पठन–पाठन के लिए पहुंचे छात्र एवं शिक्षक असामाजिक तत्वों की इस करतूत को देख कर हतप्रभ रह गये.
काफी प्रयास के बाद भी ताले नहीं खुले. इसके बाद छात्र आक्रोशित हो गये और जम कर हो–हंगामा व नारेबाजी करते हुए घर लौट गये. प्रधानाध्यापक ने मामले की सूचना बीइओ और थाने को दी गयी. सूचना पर बीइओ एवं थाने की पुलिस विद्यालय पहुंच मामले की जांच–पड़ताल की. बीइओ कमरूद्दीन के निर्देश पर दोपहर बाद बरामदे में दरी बिछा कर पठन–पाठन का कोरम पूरा किया गया.
विद्यालय के एचएम राजेश राय ने बताया कि रविवार की रात्रि असामाजिक तत्वों ने विद्यालय में उत्पात मचाया, जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं ग्रामीणों का कहना है शनिवार को पोशाक राशि वितरण को ले ग्रामीणों एवं शिक्षकों के बीच जम कर हो–हंगामा हुआ था एवं कई छात्र–छात्राराशि से वंचित हो गये थे. उन्होंने आशंका जतायी कि उन्हीं द्वारा घटना को अंजाम तो नहीं दिया गया.
चापाकल में तैलीय रासायनिक पदार्थ डालने से चापाकल का पानी दूषित एवं लाल रंग का हो गया था. इस कारण छात्र सहित शिक्षक पानी के लिये इधर–उधर भटकते रहे. आम लोग चापाकल में जहरीला पदार्थ डालने की बात कर रहे थे. इस संबंध में बीइओ कमरूद्दीन ने बताया कि यह कार्रवाई असामाजिक तत्वों की है. इस पर पुलिस कार्रवाई कर रही है.
सैंपल जांच के लिए पटना भेजे गये
गोपालगंज के बरौली की मिल्की बिरैचा बस्ती के चापाकल से 19 जुलाई को लिये गये पानी के सैंपल की जांच का जिम्मा स्वास्थ्य विभाग को सौंपा गया है. इसे फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी, पटना भेजने का निर्णय लिया गया है. उधर, पीएचइडी ने भी अपने स्तर से जांच शुरू कर दिया है.
एसपी डॉ विनोद कुमार चौधरी ने बताया कि पुलिस इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है.पुलिस की टीम लगातार इस मामले में बस्ती के लोगों से जानकारी ले रही है. इसके अलावा खुफिया रिपोर्ट इकट्ठा की जा रही है.
सीवान के दरौंदा प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय, बगौरा के चापाकल से लिये गये सैंपल को भी जांच के लिए पटना भेज दिया गया. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ने भी मौके का निरीक्षण किया था. उन्होंने शिक्षकों व छात्रों से जांच पूरी नहीं होने तक चापाकल का पानी पीने से मना कर दिया.