पटना:कोबरा को सरकार से अब तक लाइसेंस नहीं मिला है. इसके बावजूद बीटीएमसी ने इसे महाबोधि मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेवारी कैसे दे दी, यह जिला प्रशासन व सरकार के लिए जांच का विषय बन गया है. गृह सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि उसने लाइसेंस के लिए हाल ही में आवेदन दिया है, जो जांच की प्रक्रिया में है.अपार्टमेंटों व निजी प्रतिष्ठानों की सुरक्षामें लगे सुरक्षा कर्मियों के आपराधिक इतिहास उजागर होने के बाद सरकार ने वर्ष 2011 में बिहार निजी सुरक्षा एजेंसी विधेयक को लागू किया था. इसमें निजी सुरक्षा एजेंसियों को लाइसेंस लेने का प्रावधान किया गया है. लाइसेंस के लिए मानक भी तय किये गये हैं. गृह विभाग के अधिकारियों के अनुसार राज्य में 200 से अधिक सुरक्षा एजेंसियां सरकारी व गैर सरकारी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में लगी है, लेकिन अभी तक सिर्फ 49 निजी सुरक्षा एजेंसियों को ही सरकार ने लाइसेंस निर्गत किया गया है, जिनमें कोबरा सेंटिनेल प्राइवेट लिमिटेड नहीं है.
एजेंसियों की गतिविधियों से है सरकार अनजान
लाइसेंसप्राप्त सुरक्षा एजेंसियां
मेसर्स सारा सिक्यूरिटीज, सीमांचल डिटेक्टिव एंड सिक्यूरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, नेशनल सिक्यूरिटीज फोर्सेज, बिहार इंटेलिजेंट सिक्यूरिटी सर्विसेज, केशव सिक्यूरिटी सर्विसेज, वैनस सिक्यूरिटी सर्विसेज, जय शंकर इंडस्ट्रियल सिक्यूरिटी एंड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, पाटलिपुत्र सिक्यूरिटीज सर्विसेज, एम 3 सर्विसेज, मेसर्स गौरव सेनानी हाइटेक सिक्यूरिटी सर्विसेज,मेसर्स एक्स एयर वारियर सिक्यूरिटी एंड एचआर सर्विसेज, सिक्यूरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज इंडिया,रोहतास सिक्यूरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज हैं.
इसके अलावा न्यू नेशन सिक्यूरिटी सर्विसेज, मार्स माउंटेन सिक्यूरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, दयासी सिक्यूरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विस, अलर्ट सिक्यूरिटीज सर्विसेज, इम्पेरिसेबल सिक्यूरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, ब्राम्बे इंटेलिजेंस सिक्यूरिटी इंडिया लिमिटेड, आइबी सिक्यूरिटी सर्विसेज, ओम श्री सिक्यूरिटी सर्विसेज, ब्रैभो सिक्यूरिटी सर्विसेज प्राइवेट,मनी श्री इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड, फाइटिंग फॉर सिक्यूरिटिज सर्विसेज, जेड इंटेलिजेंस सिक्यूरिटिज, मेसर्स वाच टावर, सेंट्रल सेंट्रल इन्वेस्टिंग एंड सिक्यूरिटिज सर्विसेज लिमिटेड, सीआइएस ब्यूरोज फेसिलिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, एमएसएस लोकनाथ सिक्यूरिटीज, कृष्णा सिक्यूरिटी सर्विसेज, सीएंडसी कॉरपोरेट सर्विसेज लिमिटेड, इंटेलिजेंस सिक्यूरिटी ऑफ इंडिया, सिन्हा सिक्यूरिटी सर्विसेज, शौर्या एक्स सर्विसमेन सिक्यूरिटी सर्विसेज, फ्रंटलाइन (एनसीआर) बिजनेस सॉल्यूशन, मेसर्स मॉडर्न बीआर सिक्यूरिटी फोर्स (आइ) प्राइवेट लिमिटेड, अलाइट फाल्कॉस, मेसर्स ब्राइट इंटेलिजेंस एंड सिक्यूरिटी सर्विसेज, कोबरा इंडस्ट्रियल सिक्यूरिटी फोर्स, मेसर्स गोस्वामी सिक्यूरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, नियो सिक्यूरिटी सर्विस, सुखी सिक्यूरिटी सर्विस तथा जी 4 सिक्यूर सॉल्यूशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड हैं.
आइएम के संदिग्ध ट्विटर हैंडल पर रोक
सूत्रों ने कहा कि जांचकर्ता पता कर रहे हैं कि यह ट्विटर हैंडल असल है या नहीं, लेकिन संदेह भी है, क्योंकि यह खाता बोधगया में विस्फोटों से एक दिन पहले ही सक्रिय किया गया. जब जांचकर्ताओं ने उस स्थान का पता करने के लिए, जहां से संदेश अपलोड किया गया था, ट्विटर से संपर्क साधा, तो ट्विटर ने खाते पर रोक लगा दी. अब दिलचस्पी उस जगह के बारे में जानने की है, जहां से संदेश दिया गया, क्योंकि पाकिस्तान की जगह का आना छद्म आइपी एड्रेस का नतीजा हो सकता है.ट्विटर खाते में दावा किया गया कि महाबोधि मंदिर में सात जुलाई की सुबह दस विस्फोट हुए.उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा था कि एनआइए सभी पहलुओं की जांच कर रही है. इसमें आइएम के दावे वाला ट्विटर खाता भी है.