घर से ड्यूटी पर जा रहे एसबीआइ हैदराबाद, बुद्ध मार्ग शाखा के हेड क्लर्क अमृतेश चंद्र सिंह (35 वर्ष) को जीपीओ गोलंबर के ऊपर मीठापुर आरओबी पर बाइक सवार हमलावरों ने गोली मार कर हत्या कर दी. घटना सुबह 9.45 बजे हुई. हमलावरों ने दो गोली मारी है. एक गोली कमर चीर कर बाहर निकल गयी और दूसरी पसली में फंस गयी.
दोनों पैर से विकलांग बैंक कर्मी की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी है. हमलावर आरओबी के टर्न पर गोली मारने के बाद आर ब्लॉक होते हुए विधानसभा की तरफ से भाग निकले. मौके पर पहुंचे सिटी एसपी ने तत्काल सीसीटीवी फुटेज देख कर हमलावरों के हुलिये का मैसेज वायरलेस सेट पर पास कराया. आर ब्लॉक एरिया की नाकेबंदी की गयी, लेकिन अपराधी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके. फिलहाल घटना के कारणों की पुलिस तफ्तीश कर रही है.
अमृतेश चंद्र सिंह मूल रूप से नालंदा जिले के रूपसपुर, हरनौत के रहनेवाले हैं. उनका पटना में बी/6 पत्रकार नगर में भी मकान है. पिछले कई सालों से परिवार के साथ यहीं रहते हैं. रोज की तरह वह शनिवार को भी वह अपनी स्कूटी से मीठापुर आरओबी होकर बुद्ध मार्ग आ रहे थे. इस बीच एक बाइक सवार दो अपराधियों ने उन्हें बगल से कवर किया और घटना को अंजाम दिया और वे आर ब्लॉक होते हुए फरार हो गये. आरओबी से गुजर रहे राहगीरों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. सूचना पाकर तत्काल सिटी एसपी शिवदीप लांडे, डीएसपी सदर रमाकांत व कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची.
पांच किमी पीछा कर की वारदात : पुलिस के मुताबिक अमृतेश को गोली मारने से पहले अपराधियों ने पांच किलोमीटर तक उसका पीछा किया. पत्रकार नगर स्थित घर से ही हमलावर लग गये थे. हमलावरों ने मर्डर प्वाइंट पहले से चिह्न्ति कर रखा था. यही कारण है कि वह जैसे ही आरओबी टर्न पर पहुंचा, हमलावरों ने साइड से बाइक लगा कर कमर में गोली मार दी. दो गोली मारने के बाद अपराधी आराम से चलते बने. सीसीटीवी से मिले फुटेज के मुताबिक बाइक चलाने वाला हेलमेट पहन रखा था. पीछे बैठे व्यक्ति ने गोली चलायी. फुटेज में वे पहली बार करबिगहिया के पास देखे गये हैं और फिर घटनास्थल पर.
मोबाइल की सीडीआर खंगाल रही पुलिस : अमृतेश के मोबाइल की सीडीआर पुलिस ने निकाली है. वह हत्या से पहले अमृतेश से फोन पर संपर्क करनेवालों से पूछताछ कर रही है. इस मामले में एक अन्य मोबाइल धारक की सीडीआर भी खंगाली जा रही है.
पछाड़ खा रो रही थी मां
इकलौते पुत्र की हत्या की खबर पाकर पीएमसीएच पहुंची उनकी मां बिल्कुल बदहवास हो गयी थी. बेटे को याद कर दहाड़े मार कर रो रही मां व अमृतेश की बहन को विश्वास नहीं हो रहा था कि अब वह इस दुनिया में नहीं है. मां के मुताबिक दो दिन पहले उन्होंने बोला था कि कार खरीदूंगा, तो स्कूटी उनकी पत्नी आभा चलायेगी.
*मीठापुर आरओबी के टर्न पर हुई घटना, अपराधी घर से ही कर रहे थे पीछा
*कर्मचारी की कमर में लगी गोली पार, तो दूसरी पसली में फंस गयी
*दोनों पैर से विकलांग बैंककर्मी ड्यूटी पर जा रहा था स्कूटी से
*एसबीआइ हैदराबाद, बुद्ध मार्ग शाखा में था क्लर्क
*मैसेज पास होने के बाद भी चेकिंग में नहीं पकड़े गये हमलावर