पटना: पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 22 जिलों की संपर्क यात्रा के बाद रविवार की शाम पटना लौटे. उनके साथ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी थे. अब नीतीश कुमार सोमवार को शेखपुरा और नवादा में होने वाले जदयू के राजनीतिक सम्मलेन के लिए रवाना होंगे.
पटना लौटने के बाद नीतीश कुमार ने फेसबुक पर ताजा अपडेट में कहा कि हमारे इरादे बुलंद हैं. 12 नवंबर को पटना से चले और लगभग 2742 किलोमीटर की यात्रा के बाद पटना पहुंच गये हैं. संपर्क यात्रा में 22 जिलों के राजनीतिक सम्मेलन में कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद हुआ. हर सम्मेलन में बूथ, गांव, पंचायत, प्रखंड, वार्ड और नगर स्तर के हजारों कार्यकर्ता सम्मिलित हुए. हर जगह संवाद के बाद कार्यकर्ताओं ने दोनों हाथ उठा कर पूरे उत्साह के साथ संकल्प लिया कि पुरजोर ढंग से सुशासन के कार्यक्रम और पार्टी के सिद्धांत को सबके समक्ष रखेंगे.
नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा ने युवा, किसान,गरीब और समूचे बिहार के साथ जो झूठे वादे किये हैं. उनका हिसाब राज्य में चौक-चौराहों पर,घरों में और सभाओं में होने वाले संवाद और बहस में मांगेंगे.
साथ ही सतर्क और सजग होकर समाज में समरसता और शांति के माहौल को बनाये रखेंगे. जिस बिहार के बारे में कहा जाता था कि इसे चलाया नहीं जा सकता. उसे हमने आपके सहयोग से इस तरह दौड़ा दिया है कि विकास की रफ्तार में बिहार देश में सबसे आगे रहा. लोग आत्मविश्वास से बिहारी कहने लगे और हर बिहारी के मने में बिहार को विकसित करने का जज्बा उत्पन्न हुआ. नीतीश ने कहा कि जब अथक परिश्रम से बिहार को उज्जवल भविष्य के दौर में ला सकते हैं, तो सिद्धांतों पर चल कर और अपनी पार्टी के संगठन को सशक्त बना कर बिहार की जनता के विश्वास को फिर से अजिर्त कर सकते हैं.
इसलिए संपर्क यात्रा में पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर रहे हैं. भाजपा के झूठे वादों की उन्हीं के नेता की जुबानी पोल खोल रहे हैं. साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस तरह तैयार कर रहे हैं कि हर बहस में भाजपा के अफवाह तंत्र का मुकाबला कर सकें. नीतीश कुमार ने कहा कि संपर्क यात्रा के अगले चरण में हर विधानसभा में जनसभा करूंगा और अपनी बात बिहार की जनता के सामने रखूंगा. अगर भाजपा के पास पूंजीपतियों और प्रचार तंत्र की ताकत है, तो हमारे पास जनता का विश्वास है. सच्चई और ईमानदारी है और एक विकसित बिहार बनाने का जज्बा है. इसलिए इरादे बुलंद है.