पटना: अखिल विश्व गायत्री परिवार की पटना इकाई ने सोमवार को यूथ एक्सपो 2014 मनाया. प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित एक्सपो की शुरुआत में बाल संस्कार शालाओं के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये. वाल्मीकि ने रची रामायण, लव-कुश को जाने संसार यह है मेरा बिहार गीत पर जैसे ही नृत्य शुरू हुआ गांधी मैदान में बैठे लाखों युवा झूमने लगे और भारत माता कि जय, जय बिहार से जयकारा लगना शुरू हो गया.
एक्सपो में आये देव संस्कृति विवि के कुलाधिपति डॉ प्रणव पांड्या ने कहा कि 12 साल बाद युवाओं में आगे बढ़ने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. युवा अपनी शक्ति पहचानें. उन्हें न तो मंदिर जाने पड़ेगा और न ही मसजिद. वह खुद अपना विकास कर सकेंगे. यूथ को सच्चे मार्ग पर चलने का संदेश दे रहे डॉ पांड्या ने कहा कि यहां के 40 सांसद एक-एक गांव को गोद लेने की योजना बना रहे हैं, लेकिन गायत्री परिवार बिहार की 98 गांवों को गोद लेगा. इसके लिए परिवार के कार्यकर्ताओं ने सर्वे शुरू कर दिया है. गांव को आदर्श ग्राम बनाने के लिए वहां सही मायने में रोजगार दिलाना प्राथमिकता रहेगी. इसके लिए वहां जैविक खेती की व्यवस्था की जाये, ताकि लोग बाहर नहीं जाये. गांव में 120 श्रीराम स्मृति उपवन स्थापित होंगे. इनमें शिक्षा व स्वास्थ्य की व्यवस्था होगी.
1.33 लाख पौधे लगेंगे
बंजर और वीरान इलाके में हरियाली की कल्पना को मूर्त रूप देना आसान काम नहीं,लेकिन ऐसे इलाकों में बहार लाने की कोशिश की जा रही है. इस काम को अपने हाथ में लिया है अखिल विश्व गायत्री परिवार ने. देश के विभिन्न हिस्सों समेत बिहार में भी वृक्ष गंगा अभियान शुरू किया जा रहा है, जिसके तहत जगह-जगह राम स्मृति वन और राम सरोवर बनाये जायेंगे. रविवार को गांधी मैदान में पत्रकारों से बातचीत करते हुए देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणय ने कहा कि कोसी क्षेत्र समेत पूरे बिहार में 1.33 लाख पौधे लगाये जायेंगे. इनमें 30 प्रतिशत पौधे सिर्फ कोसी क्षेत्र में लगेंगे. इससे कोसी में आ रहे बाढ़ से निजात भी मिलेगी. वर्तमान में बिगड़ते पर्यावरण संतुलन को देखते हुए पौधारोपण जरूरी है. इसके अलावा जल संरक्षण के लिए अभियान चला कर एक साल में 483 कुएं,तालाब और नदी की स्वच्छता के लिए मुहिम चलायी जायेगी.
युवाओं ने नशामुक्ति का लिया संकल्प
कार्यक्रम के अंत में मशाल जुलूस जला कर डॉ पांड्या ने युवाओं को नशा के दुष्परिणाम की जानकारी दी. करीब 20 हजार से अधिक युवाओं ने नशा मुक्ति का संकल्प लिया. इतना ही नहीं युवाओं ने बिहार के तमाम जिलों, तहसील और स्कूल कॉलेजों में नशा मुक्ति अभियान चलाने का संकल्प लिया. पण्ड्या ने उन्हें बाबा के प्रवचन से दूर स्वामी विवेकानंद,दयानंद सरस्वती,भगत आजाद व महात्मा गांधी के विचारों को ग्रहण कर चलने का संकल्प दिलाया.
तंबाकू बंद, तो शराब क्यों नहीं
मुख्यमंत्री से डॉ पांड्या ने कहा कि अगर आप गुटका व तंबाकू पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, तो शराब पीने के लिए खुली छूट क्यों दी जा रही है? पांड्या ने कहा कि देश में हर साल 25 हजार करोड़ रुपये शराब और अन्य मादक पदार्थो का कारोबार हो रहा है. इससे सरकार को 15 हजार करोड़ राजस्व मिलता है, लेकिन बिहार समेत पूरा देश यह नहीं सोच रहा कि इससे कितना घर बरबाद हो रहे हैं. उन्होंने सीएम से कहा कि हाइवे से 200 मीटर अंदर शराब दुकान चलाने का निर्देश जारी करें. इससे दुर्घटना पर रोक के साथ शराब की लत भी धीरे-धीरे समाप्त हो जायेगी. मुख्यमंत्री से डॉ पांड्या ने कहा कि जब वह पटना आये, तो उन्हें जानकारी मिली कि यहां 86 गौशालाएं हैं, जो जजर्र हालत में हैं. अतिक्रमण के कारण गौ सेवा भी नहीं हो पा रही है. अगर वह गौशाला गायत्री परिवार को मिल जाये, तो वहां से अतिक्रमण हट जायेगा और गौ मां की सेवा भी सही पैमाने पर होगी. गायत्री परिवार के अधिकतर मंदिरों में गौ शालाएं बनायी गयी हैं,जहां लोग गाय को मां मान कर पूजा कर रहे हैं.