पटना: पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि केंद्र की सरकार किसानों के बजाय व्यापारियों के हितों में काम कर रही है. लोकसभा चुनाव में भाजपा को किसानों का वोट मांगना था, तो उनके हितों की बातें कहीं, लेकिन जब काम करने की बारी आयी, तो किसानों के बजाय उन व्यापारियों के हित में काम करने लगी है, जो पार्टी (भाजपा) के हजारों करोड़ के प्रचार तंत्र में मदद की थी.
फेसबुक पर ताजा अपडेट में नीतीश कुमार ने कहा वर्तमान प्रधानमंत्री ने 24 अप्रैल, 2014 को मधेपुरा में एलान किया था कि ‘भाजपा की सरकार बनने के बाद देश के किसानों से अन्याय नहीं होगा. भाजपा का घोषणा पत्र एलान करता है कि किसानों को ऐसा तोहफा देंगे, जो साठ साल में किसी ने नहीं दिया. खेती में जितना खर्च होता है.
बिजली, पानी, बीज, खाद सहित खेती में होने वाला हर तरह के खर्च, सब कुछ जोड़ा जायेगा. साथ ही इस पर 50 फीसदी इजाफा करके जो रकम बनेगी वह किसानों को मिनिमम सपोर्ट प्राइस (एमएसपी) के रूप में दी जायेगी.’ नीतीश ने कहा कि केंद्र द्वारा राज्यों को भेजे गये पत्र से साफ है कि केंद्र सरकार ने 50 फीसदी अतिरिक्त एमएसपी तय करना दूर, यह सरकार पहले से तय एमएसपी में 3.5 फीसदी का मामूली इजाफा भी नहीं किया. साथ ही राज्य सरकारों को धमकी दी है कि अगर एमएसपी पर किसानों को बोनस दिया तो राज्य से खाद्यान की अधिप्राप्ति कम कर देंगे और किसानों को उनके हाल पर छोड़ देंगे. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है. वह वोट के सौदागर है, जिसे हर कीमत पर सत्ता चाहिए. भाजपा के कई झूठे वादों को उन्हीं के नेता की जुबानी सुना कर इनकी पोल खोली है. काला धन पर भाजपा के झूठे रुख पर तो कई अध्याय लिखे जा सकते हैं.
जब वोट मांगना था, तो वर्तमान प्रधानमंत्री कहते थे पूंजीपतियों का काला धन विदेश में जमा है. भाजपा की सरकार पायी-पायी वापस लायेगी. वोट मिल गया, सरकार बन गयी, तो अब प्रधानमंत्री की भाषा बदल गयी. कहते हैं जो काला धन बाहर है यह गरीबों का पैसा है और किसी को नहीं मालूम की कितना पैसा है. इससे साफ है कि या तो वो पहले झूठ बोल रहे थे या अब झूठ बोल रहे हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि झूठे वादों से सरकार बन सकती है, लेकिन लोकतंत्र मजबूत नहीं हो सकता है. हमने अपने वादों को पूरा करके लोकतंत्र को मजबूत किया है, प्रचार करके नहीं. जदयू का एक-एक कार्यकर्ता मुखर होकर इस बात को बिहार की जनता के सामने रखेगा.