पटना: पीएसीएल (पर्ल एग्रो टेक कॉरपोरेशन लिमिटेड) नामक चिट फंड कंपनी के पटना समेत छह जिलों में मौजूद कार्यालयों में मंगलवार को भी छापेमारी की गयी. आरा, बक्सर, समस्तीपुर, छपरा, पटना व सीवान जिलों में मौजूद इस चिट फंड कंपनी के कार्यालयों को आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की टीम ने सील कर दिया.
पटना व सीवान जिले में मौजूद कार्यालयों में देर रात तक सर्च चलता रहा. हालांकि, कहीं नगद राशि बरामद नहीं हुई, लेकिन कंप्यूटर, रजिस्टर समेत अन्य कई तरह के कागजात बरामद किये गये हैं. इन कागजातों की शुरुआती तफ्तीश से कंपनी के धोखाधड़ी करने और झांसा देकर लोगों से पैसे जमा करने के प्रमाण मिलते हैं. कुछ लोगों की भी गिरफ्तारी हुई है. अभी गहन छानबीन चल रही है.
49 हजार करोड़ की उगाही करने का दोषी
सेबी ने पीएसीएल को लोगों से गलत तरीके से 49 हजार करोड़ रुपये की उगाही करने का दोषी पाया है. हालांकि कंपनी का कहना है कि उसने 20 हजार करोड़ रुपये निवेशकों को लौटा दिये हैं. फिर भी 29 हजार करोड़ रुपये का कोई हिसाब देने में कंपनी अक्षम साबित हुई. 20 हजार करोड़ का भी जो हिसाब दिया है, वह शुरुआती जांच में सही साबित नहीं हुई है. हालांकि कंपनी की पूरी गड़बड़ी की जांच चल रही है. 22 अगस्त को ही सेबी ने इस कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करते हुए तीन महीने के अंदर निवेशकों का सारा पैसा लौटाने का आदेश दिया था. लेकिन, कंपनी ने बैक डेट से लोगों से अपनी विभिन्न स्कीमों के माध्यम से पैसे की उगाही जारी रखी. पूरे मामले की जानकारी इओयू को मिलने पर उसने कार्रवाई शुरू की और दो दिनों में 10 जिलों में कंपनी के सभी कार्यालयों को सील कर छानबीन शुरू कर दी.
सरगना तक पहुंचने की कोशिश
10 जिलों में पीएसीएल के कार्यालय होने की सूचना मिली थी. इसके आधार पर कार्रवाई की गयी है. अन्य जिलों में भी इसके जाल फैले होने की जांच की जा रही है. कोई सुराग मिलते ही कार्रवाई होगी. जहां-जहां कार्यालय सील किये गये हैं, वहां से बरामद कागजातों की गहनता से चल रही है. गिरफ्तार लोगों के जरिये इसके सरगना तक पहुंचने की कोशिश चल रही है.
जितेंद्र सिंह गंगवार, आइजी, इओयू
निवेश करने से पहले सेबी की वेबसाइट पर कर लें जांच
किसी भी एनबीसी या चिट फंड कंपनी में निवेश करने से पहले सेबी की वेबसाइट पर ब्लैकलिस्टेड कंपनियों की सूची में संबंधित कंपनी के नाम की जांच कर लें. इसके बाद ही निवेश करें. पीएसीएल पर हुई छापेमारी में यह बात सामने आयी है कि कंपनी सेबी की रोक लगाने के बाद भी लोगों से बैक डेट में झांसा देकर पैसे की उगाही कर रही थी. कंपनी लोगों से यह कह रही थी कि बैक डेट में पैसा जमा करने से उन्हें बैक डेट से ही ब्याज मिलेगा. ऐसे झांसे में नहीं फंसे और किसी एनबीसी में निवेश करने से पहले पूरी तरह से तहकीकात कर लें. इसके लिए सेबी के टॉल फ्री नंबर पर भी कंपनी के फर्जी होने संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकती है.
टॉल फ्री नंबर : 800227575 व18002667575