पटना: पटना मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण के दो कोरिडोर को एक में ही समाहित कर दिया गया है. पहले चरण में तीन कोरिडोर का निर्माण कराया जाना था.
अब दीघा-हाइकोर्ट लिंक को छोड़ कर दानापुर से भाया पटना जंकशन होते हुए गांधी मैदान से अंतरराज्यीय बस पड़ाव तक एक ही कोरिडोर के ही रूट निर्धारित किया गया है. इस पूरी परियोजना पर करीब 14 हजार करोड़ रुपये व्यय होने का अनुमान है.
पहले यह होना था
नगर विकास एवं आवास मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि मेट्रो परियोजना के पहले चरण में तीन कॉरिडोर पर कार्य किया जाना था. इसमें पहला कोरिडोर (1-ए) दानापुर से मीठापुर (बाइपास चौक) तक निर्धारित किया गया था. इसकी कुल लंबाई 14.5 किलोमीटर निर्धारित की गयी थी. इसके अलावा इसी चरण में पहले कोरिडोर (1-बी) का लिंक तैयार किया गया है. यह कोरिडोर दीघा से हाइकोर्ट लिंक कोरिडोर के रूप में चिह्न्ति किया गया है. इसकी लंबाई साढ़े पांच किलोमीटर निर्धारित है. यह लिंक रोड इस्ट व वेस्ट कोरिडोर को जोड़नेवाला है. इसके अलावा कोरिडोर-दो, जिसकी लंबाई 16 किलोमीटर निर्धारित की गयी थी. यह कोरिडोर पटना जंकशन से डाकबंगला चौराहा होते हुए गांधी मैदान, पीएमसीएच, आइआइटी, राजेंद्र नगर, अंतरराज्यीय बस पड़ाव तक निर्धारित किया गया है.
अब यह होगा
श्री चौधरी ने बताया कि अब पहले चरण में एक ही कोरिडोर होगा, जो दानापुर से आरंभ होकर पटना हाइकोर्ट होते हुए पटना जंकशन तक जायेगा. अब कोरिडोर संख्या-दो को कोरिडोर (1-ए) के साथ जोड़ दिया गया है, जिससे मेट्रो के पहले चरण में ही इसका विस्तार स्टेशन से फ्रेजर रोड, डाकबंगला चौराहा, गांधी मैदान, पीएमसीएच, एनआइटी, मोइनुल हक स्टेडियम, एनएमसीएच, भूतनाथ रोड होते हुए अंतरराज्यीय बस अड्डा तक चला जायेगा. अब इस एक कोरिडोर के अनुसार ही डीपीआर तैयार हो रही है. वहीं एसपीवी की तैयारी भी आरंभ कर दी गयी है.