मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी माना है कि प्रदेश के अस्पताल खस्ता हाल हैं. सीएम ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए एक ही अस्पताल में पांच साल या ज्यादा जमे डॉक्टरों व पारा स्टाफ का तबादला करने की बात कही है. मांझी ने ऐसे डॉक्टरों की सूची तलब की है. सीएम दो दिवसीय पश्चिम चंपारण की यात्रा पर थे.
बेतिया: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राज्य के अस्पताल की हालत को चिंताजनक बताया है. उन्होंने कहा, कई अस्पताल ऐसे हैं, जिनमें डॉक्टर जाते तक नहीं हैं. मुख्यमंत्री बेतिया सामाहरणालय में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद बोल रहे थे. उन्होंने कहा, कई डॉक्टर एक ही अस्पताल में 25 साल से ज्यादा समय से जमे हैं. लेकिन, आगे अब ऐसा चलनेवाला नहीं है. हम पांच साल व उससे ज्यादा समय से अस्पतालों में जमे डॉक्टरों का तबादला करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा, डॉक्टरों के साथ पारा मेडिकल स्टॉफ की भी काफी शिकायत मिल रही है. दोनों की सूची को तलब किया गया है, जल्दी ही तबादले की कार्रवाई को किया जायेगा. मुख्यमंत्री पश्चिम चंपारण की बिजली व्यवस्था से भी नाराज दिखे. उन्होंने कहा, उम्मीद के मुताबिक पश्चिम चंपारण में बिजली का काम नहीं हुआ है. इस स्थिति को बदलना होगा.
मुख्यमंत्री ने करीब दो घंटे तक विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ पश्चिम चंपारण के विकास व विधि-व्यवस्था को लेकर बैठक की. इस दौरान कई निर्देश भी अधिकारियों को दिये. समीक्षा बैठक में पीएचइडी मंत्री महाचंद्र प्रसाद, कला-संस्कृति मंत्री विनय बिहारी, बेतिया की विधायक रेणु देवी, बगहा के विधायक प्रभात रंजन सिंह, प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह, भूमि सुधार, नगर विकास सह आवास विभाग के प्रधान सचिव डॉ बी राजेंदर, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, गन्ना उद्योग विभाग के प्रधान सचिव नवीन वर्मा, डीएम लोकेश कुमार सिंह व एसपी सौरभ कुमार शाह उपस्थित थे.
पांच दिनों में चीनी मिल दें किसानों का बकाया
मुख्यमंत्री ने लौरिया व बगहा चीनी मिलों के प्रबंधन से किसानों के बकाया का जल्द भुगतान करने को कहा है. सीएम ने कहा, यह काम चार से पांच दिनों के भीतर हो जाना चाहिए. उन्होंने मिल प्रबंधन से कहा, भुगतान में ज्यादा अड़चन पैदा नहीं करें. जिन किसानों की परची गुम हो गयी है, उसे अपने लेखा-जोखा से मिला कर भुगतान करें.
..जो हूं, वही कहूंगा
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एससी-एसटी को लेकर दिये गये बयान पर भी सफाई दी. जब पत्रकारों ने उनसे बयान के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, मैं जो हूं, वही कहूंगा. क्या कह दूं कि मैं ब्राह्नाण हूं.