नयी दिल्ली /पटना : बिहार में अब 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की उम्मीद जग गयी है. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल से मुलाकात की और राज्य की जरूरतों को उनके सामने रखा. केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्री गोयल ने मुख्यमंत्री के अनुरोध पर जहां कांटी यूनिट-2 और बाढ़ यूनिट-2 का 15 नवंबर को उद्घाटन करने पर सहमति जतायी, वहीं पहले चरण में छह जिलों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति में मदद का भरोसा दिया.
मुख्यमंत्री ने बाढ़ और दादरी थर्मल पावर प्लांट से बिहार को अतिरिक्त बिजली आवंटन के लिए केंद्रीय सरकार को धन्यवाद देने के अलावा राज्य को केंद्रीय कोटे से 300 अतिरिक्त बिजली देने की मांग की. इस पर श्री गोयल ने गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया.कांटी यूनिट-2 और बाढ़ यूनिट-2 के उद्घाटन होने के बाद वहां से राज्य को 440 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी, जिससे राज्य में बिजली की कमी नहीं रह जायेगी. बाढ़ थर्मल पावर का उद्घाटन चार बार टल चुका है.
नयी दिल्ली में मुख्यमंत्री और केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री के बीच एक घंटे तक बैठक चली. बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य के छह जिलों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति करने के लिए केंद्रीय मदद की भी मांग की, जिसे केंद्रीय मंत्री ने बिहार के सभी जिलों में लागू करने की बात कही और केंद्रीय मदद का भरोसा दिया. पहले चरण में गया, नालंदा, वैशाली, पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जिलों में निर्बाध बिजली की आपूर्ति की जायेगी. इसके बाद अन्य जिलों में भी चरणवार 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जायेगी.
मुख्यमंत्री ने राज्य की बिजली जरूरतों को दूर करने के लिए कांटी, बरौनी और बांका थर्मल पावर प्लांट के लिए कोयले की आपूर्ति की मांग रखी. मुख्यमंत्री ने कांटी और बरौनी थर्मल पावर प्लांट में देरी के लिए भेल को जिम्मेवार ठहराते हुए केंद्र से मदद मांगी. मुख्यमंत्री ने लखीसराय और पीरपैंती में बननेवाले पावर प्लांट के लिए एनटीपीसी और एनएचपीसी के बीच हुए समझौतों का जिक्र किया और कहा कि एनटीपीसी और एनएचपीसी को इन प्लांटों से बिहार को 85 फीसदी बिजली देने की मंजूरी केंद्रीय ऊर्जा मंत्रलय की ओर से अब तक नहीं दी गयी है. केंद्रीय मंत्री ने इस पर सैद्धांतिक सहमति जतायी.
राज्य में अन्य ऊर्जा संयंत्रों का मामला उठाते हुए मुख्यमंत्री ने योजना आयोग द्वारा बीआरजीएफ मद में मंजूर 3,000 करोड़ राशि को तत्काल जारी करने की मांग की. केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री ने इस पर सहायता का आश्वासन दिया. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि 2500 मेगावाट के पुनत्सांगपछु 1 एवं 2 यूनिटों से बिहार को 1500 मेगावाट बिजली के आवंटन की मुख्यमंत्री श्री मांझी की मांग पर केंद्र सरकार गंभीरता से विचार करेगी. साथ ही बांका, कजरा और पीरपैंती में बन रहे थर्मल प्लांट को कोल लिंकेज मुहैया कराने की दिशा में कदम उठाया जायेगा. बैठक में केंद्रीय और राज्य के ऊर्जा विभाग के अधिकारी मौजूद थे.