मुजफ्फरपुर: युवा कांग्रेसी नेता कृपाशंकर शाही को गोली मार कर जख्मी करने के मामले में कांटी के विधायक अजीत कुमार सहित सात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अजीत कुमार जदयू से निलंबित हैं. दारोगा रजनीकांत झा को मामले के अनुसंधान की जिम्मेवारी सौंपी गयी है.
कृपाशंकर शाही ने दर्ज बयान में बताया कि मंगलवार को करीब दो बजे के आसपास मैं इमलीचट्टी आवास से अपने गांव सहबाजपुर के लिए बुलेट से निकला. इसी
बीच कांटी थाना क्षेत्र के कुशी हरपुर निवासी बिट्ट, बलहा निवासी प्रिंस व शेरना के सोनू ने फोन कर कहा कि कुछ बात करनी है. हमसे मिलिए. घर जाने के क्रम में रास्ते में बारमतपुर के पास इन सभी से मुलाकात हुई. वे लोग दो बाइक पर सवार थे. एक बाइक पर बिट्ट, सोनू व प्रिंस व दूसरी बाइक पर कांटी थाने के सोती भेड़ियाही का इंद्रदेव व एक अन्य थे, जिन्हें मैं नहीं पहचानता हूं. बारमतपुर में भेंट होने पर उनलोगों ने कहा कि विधायक अजीत कुमार ने तुमको जान से मारने की सेटिंग की है. क्या कहना चाहते हो. वे लोग मुझसे कुछ आश्वासन मांगे, हम देने को तैयार नहीं हुए, आगे बढ़ गये.
बारमतपुर बाहा के पास पहुंचे कि उनलोगों ने मुङो रोक लिया. सबके हाथ में पिस्तौल थी. बिट्ट ने पिस्तौल से मेरे सीने में गोली मार दी. प्रिंस ने भी गोली चलायी, जो मेरे बांह में लगी. मैं जब भागा, तो वे फायर करने लगे. स्थानीय लोगों के जुटने पर मुङो अस्पताल में भरती कराया गया. बयान में यह भी बताया गया है कि पूर्व से अजीत कुमार, एनटीपीसी के एजीएम, एचआर आरके झा व डीसीबीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर विनोद कुमार लगातार मेरे मोबाइल पर व दूसरे के मोबाइल से गोलू ठाकुर जान से मारने की धमकी देता था. मुङो जान मारने की साजिश पांचों के अलावा अजीत कुमार, आरके झा व विनोद कुमार ने रची थी. इधर, थानाध्यक्ष नंद किशोर सिंह ने बताया कि धारा 307, 120 बी व 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया किया गया है.
कृपा शंकर पटना रेफर : बैरिया स्थित अस्पताल में भरती कृपा शंकर शाही की हालत बुधवार की सुबह खराब हो गयी. दोनों गोली निकालने के बाद डॉक्टरों ने उसे आइसीयू में रखा था. सुबह सवा दस बजे पुलिस को बयान देने के बाद डॉक्टरों ने उसे पटना रेफर कर दिया. डॉक्टर का कहना था कि गोली लगने से उसके खून में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. उसका इलाज पटना में ही संभव है. डॉक्टरों के हाथ खड़े कर देने के बाद आनन-फानन में उसे पटना के पारस अस्पताल में भरती कराया गया है.
बिट्ट व प्रिंस की गिरफ्तारी को छापेमारी
गोली कांड में मुख्य रूप से शामिल बिट्ट व प्रिंस की गिरफ्तारी के लिए कांटी पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. घटना के बाद से दोनों गांव छोड़ कर फरार हैं. पुलिस का कहना है कि दोनों के बारे में सुराग हाथ लगे हैं. कांटी इलाके के ही एक गांव में छिपे हैं. गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.