पटना. बुधवार को क्राइम मीटिंग में एसएसपी जितेंद्र राणा ने डीएसपी व थानाध्यक्षों को कई निर्देश जारी किये और स्पष्ट कर दिया कि अगर इन निर्देशों का अमल सही तरीके से नहीं किया जाता है, तो उन पर कार्रवाई तय है.
उन्होंने डीएसपी, सर्किल इंस्पेक्टर, थानाध्यक्ष सभी को अपराध नियंत्रण, अनुसंधान के लिए उनकी जिम्मेवारी समझा दी. यही नहीं, उन पर अमल करने और उनकी रिपोर्ट से एसएसपी कार्यालय को अवगत कराने की तिथि भी निर्धारित कर दी. एसएसपी ने निर्देशों सही से अमल करनेवाले पुलिस पदाधिकारी को पुरस्कृत करने की भी बात कही.
डीएसपी व सर्किल इंस्पेक्टर रखें ध्यान
हर माह दर्ज होनेवाले मामलों की संख्या से मिनिमम दोगुने कांडों में पर्यवेक्षण टिप्पणी (सुपरविजन रिपोर्ट) समर्पित करें.
प्राथमिकता के आधार पर वर्ष 2013 एवं 2014 में दर्ज सुपरविजन रिपोर्ट दें. साथ ही अगले तीन माह में जून, 2014 के पूर्व के सभी मामलों की सुपरविजन रिपोर्ट निर्गत करें. रिपोर्ट में स्पष्ट निर्देश दें.
हर माह की 15 तारीख तक थानावार लंबित कांडों की समीक्षा कर उसके निष्पादन का लक्ष्य निर्धारित हो व 25 तक कार्यवाही पूरी कर प्रगति प्रतिवेदन दें. वहीं 29 के पूर्व निष्पादन के लिए चिह्न्ति मामलों में अंतिम प्रतिवेदन सौंपें.
अपने क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण 30 अपराधियों की सूची बना कर 30 दिनों के अंदर उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाये.
अनुमंडल व अंचल स्तर पर टीम बना कर अपने क्षेत्र के अलावा जिले में अन्यत्र छापेमारी की प्रक्रिया तेज की जाये. साथ ही एसएसपी को प्रतिदिन नौ से 10 बजे के बीच फोन पर क्षेत्र की महत्वपूर्ण घटनाओं व उपलब्धियों की जानकारी दी जाये.
थानाध्यक्षों के लिए भी फरमान
डेली कम-से-कम एक या अधिक अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाये.
थाना स्तर पर दस सक्रिय अपराधी, संगीन कांडों में वांछित 30 अभियुक्त व 30 गैर जमानतीय वारंटी की सूची अगले दो दिनों के अगर एसएसपी कार्यालय को भेजें. साथ ही अगले 30 दिनों में उसकी गिरफ्तारी हो.
आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रतिदिन छापेमारी दल का गठन कर छापेमारी करायी जाये.
पिछले दस वर्षो में आर्थिक अपराध में शामिल रहे अभियुक्तों को थाने पर नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाये.
लगातार छापेमारी कर शराब, ड्रग्स, लूट व डकैती का सामान बरामद किया जाये. प्रतिदिन वाहन चेकिंग चलायी जाये.
नियमित रूप से जनता दरबार आयोजित करें और एसएसपी कार्यालय से भेजे गये तमाम आवेदन पर तत्काल रिपोर्ट सौंपे.
थानाध्यक्ष अपने थाना क्षेत्र में ही निवास करेंगे और अनुमंडल क्षेत्र से बाहर पुलिस अधीक्षक से अनुमति लिये बिना नहीं जायेंगे.
नियमित रूप से क्षेत्र में छापेमारी करें थानेदार
अपने थाना क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थानों व सीमावर्ती क्षेत्रों में पेंटेड ड्रम व बैरियर के माध्यम से मजबूत व स्थानीय नाका लगाया जाये.
क्षेत्र की सीमा प्रारंभ व अंत के स्थानों पर थाना संबंधी सूचनाओं व आसानी से दिखने वाला बोर्ड लगायें.
बोर्ड में थानाध्यक्ष समेत अन्य महत्वपूर्ण नंबरों को अंकित किया जाये. क्षेत्र में लगातार गश्ती हो.
अपराधियों के संभावित ठिकाने होटल, लॉज, लाइन होटल, शराब बिक्री आदि स्थलों पर नियमित रूप से रेड करें.
क्षेत्र में सड़क जाम की समस्या न हो, इसके लिए अवांछित लोगों पर कार्रवाई करें.
अनावश्यक कामों में न करें हस्तक्षेप
बेवजह जमीनी-दीवानी मामलों में हस्तक्षेप न करें.
किसी प्रकार के असामाजिक तत्व, अतिक्रमणकारी, गैरकानूनी कार्य करनेवाले लोगों को प्रश्रय न दें.
तो किये जायेंगे पुरस्कृत
डीएसपी व इंस्पेक्टर 10 नवंबर तक सभी लंबित कांडों का अनुसंधान कर लें. माह में दस से अधिक कांड निष्पादित करनेवाले आइओ पुरस्कृत किये जायेंगे.