पटना: प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली का खेल तेज हो गया है. बड़े महानगरों के कोचिंग सेंटर व छात्रावास तक गहरी पैठ रखनेवाले ‘मुन्ना भाई ’ के गैंग ने नयी तरकीब ढूंढ़ निकाली है.
अब प्रतियोगी परीक्षा पास कराने के नाम पर सरगना पहले पैसा जमा कर काम करा लेते हैं और फिर संबंधित विभाग व परीक्षा सेंटर के केंद्र अध्यक्ष से मिल कर सेटिंग करते हैं. सेटिंग हो जाती है तो परीक्षार्थी को संबंधित सेंटर पर चपरासी बना दिया जाता है.
उसकी जगह पर परीक्षा के लिए स्कॉलर को बैठाया जाता है. परीक्षा के दौरान पानी पिलाने के बहाने परीक्षार्थी अपने टेबल पर पहुंचता है और धीरे से कॉपी पर अपने हस्ताक्षर कर देता है. बाकी का काम स्कॉलर करता है. बैंकिंग व कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में इस तरह की धांधली किये जाने के संकेत मिले हैं. इस गोरखधंधे में लगे गैंग की खास बात यह है कि नीचे से लेकर ऊपर तक वह सेटिंग कर लेता है. सेंटर पर अगर यह गैंग सफल हो गया, तो फिर आगे इंटरव्यू की तैयारी कर सेटिंगवाले छात्र नौकरी हासिल कर लेते हैं. हालांकि एसबीआइ के पीओ की परीक्षा में पटना में पकड़े गये परीक्षार्थी कॉपी पर हस्ताक्षर करने में सफल नहीं हुए. हस्ताक्षर में अंतर होने से ही वे पकड़े गये, लेकिन यह गैंग भी यहां सक्रिय है जो परीक्षा सेंटर पर ही सेटिंग करने में सफल हो रहा है.