पटना: शाबाश संजय-किरण. कीप इट अप. आप जैसे लोगों की बदौलत ही इनसानियत और मानवता अब भी कायम है. रावण वध भगदड़ में अपने पांच वर्षीय बेटे के गुम होने के बावजूद जिस तरह आपने सात माह के मासूम को बचा कर पहले उसका इलाज कराया और फिर थाने के माध्यम से परिजनों को सौंपा. वह काबिल-ए-तारीफ है.
आपकी काबिलियत के लिए राज्य सरकार आपको प्रोत्साहन स्वरूप 25 हजार रुपये का चेक दे रही है. रविवार को अपने कार्यालय कक्ष में दाऊद बिगहा, कुम्हरार के दंपती संजय गोस्वामी और किरण कुमारी को 25 हजार रुपये का चेक सौंपते हुए डीएम ने उक्त बातें कही. भगदड़ के बावजूद सात महीने के बच्चे को बचाने वाली किरण देवी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों से दूसरों को सबक लेनी चाहिए.
तीन बच्चों संग आयी थी किरण
किरण देवी ने बताया कि गांधी मैदान में होने वाले रावण वध समारोह को देखने के लिए वह तीन अक्तूबर को अपने तीन बच्चों और पति के साथ आयी थी. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद घर लौटने के क्रम में गांधी मैदान के दक्षिणी गेट पर भागा-भागी में उनके छोटे बेटे पांच वर्षीय रोशन का हाथ छूट गया. अपने पति के साथ बच्चे को खोजने के क्रम में ही उनको सात महीने का एक बच्च गांधी मैदान गेट के समीप रोते हुए मिला. उसे चोट लगी थी. बेगूसराय की रहने वाली किरण देवी ने बताया कि उस बच्चे को उठा कर वह फिर अपने बच्चे को खोजने लगे. एक घंटे बाद उनका भी बच्च मिल गया. बच्चे को घर ला कर इलाज कराने के बाद उसे सुबह तक रखा और अगले दिन गांधी मैदान थाना ले आयी.
थाना पहुंचने पर पता चला कि बच्चे के परिवार वालों ने पहले ही फोटो दे रखा है. उन्होंने तत्काल बच्चे के परिजनों को फोन किया तो चाचा, मामा और मौसा आये और बच्चे को ले गये. बच्चे की मां की हादसे में ही मौत हो गयी जबकि पिता पीएमसीएच में भरती हैं.