नीतीश के पत्र पर मोदी का जवाब
दरभंगा : पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दवा घोटाले से संबंधित जानकारी मांगे जाने पर कहा कि उन्हें सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगनी चाहिए. इसके लिए शनिवार को नीतीश को पत्र भी लिखेंगे. शुक्रवार को लहेरियासराय स्थित परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में मोदी ने कहा कि दवा खरीद और भवन निर्माण की निविदा में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है. जब नीतीश के अधीन स्वास्थ्य विभाग था, उसी समय यह घपला हुआ.
इसकी सीबाआइ जांच होनी चाहिए. जो भी दोषी पाया जाये, उसे दंडित किया जाना चाहिए. मोदी ने कहा कि आज भी नीतीश कुमार के इशारे पर ही सरकार चलती है. सभी विभागों के प्रधान सचिव उन्हीं के यहां दरबार लगाते हैं. कोई सीएम के पास नहीं जाता.
हर्षवर्धन को लिखा पत्र
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने दवा घोटाले की जांच सीबीआइ से कराने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि केंद्र ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत दवा व उपकरण खरीद के लिए राशि आवंटित की थी. इस राशि से ऐसी आधा दर्जन कंपनियों से खरीद की गयी है, जो अन्य राज्यों में काली सूची में हैं. राज्य सरकार ने सीबीआइ से जांच कराने से बचने के लिए चार विभिन्न कमेटियों का गठन कर दिया है.
डॉ केके सिंह की कमेटी ने दवा खरीद में अनियमितता की बात स्वीकार की है, लेकिन इस समिति ने उपकरणों के मानक, अवधि के बाद की दवा खरीद से संबंधित कोई जांच नहीं की है. किसी निष्पक्ष एजेंसी से मामले की जांच करायी जाये, तो एक सौ करोड़ से अधिक की अनियमितता सामने आ सकती है. पीएमसीएच में भी दवा खरीद में लगभग 12 करोड़ की अनियमितता पकड़ी गयी है. इसकी जांच निगरानी विभाग द्वारा की जा रही है और मॉनीटरिंग पटना हाइकोर्ट द्वारा की जा रही है. मोदी ने कहा है कि बीएमएससीआइएल की दवाएं राज्य भर के बाजारों में बिक्री के उद्देश्य से पाये गये हैं.