पटना : राज्य में अब किन्नरों को भी सरकारी सेवा में आरक्षण का लाभ मिलेगा. मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक में किन्नर, कोथी, हिजड़ा, ट्रांसजेेंडर को थर्ड जेंडर के रूप में घोषित करने और अनुसूचित जाति-जनजाति और अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने का निर्णय लिया गया. उन्हें 1991 की पिछड़े वर्ग की सूची-दो में क्रमांक 47 पर शामिल किया जायेगा. यानी जिस कोटि के परिवार से किन्नर आयेंगे, उन्हें उसी कोटि का आरक्षण मिलेगा.
सामान्य कोटि के परिवार से आनेवाले किन्नरों को अत्यंत पिछड़े वर्ग की श्रेणी में रखा जायेगा. इसके अलावा जैन समाज को अल्पसंख्यक के रूप में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की सभी योजनाओं का लाभ पाने की स्वीकृति दी गयी. किसान सलाहकार का मानदेय एक अप्रैल, 2014 से पांच हजार रुपये से बढ़ा कर छह हजार रुपये कर दिया गया है. इसके लिए बैठक में 54.86 करोड़ रुपये मंजूर किये गये.