पटना: जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर सोमवार को एक पार्सल पैकेट में लोडेड रिवॉल्वर मिलने से सनसनी फैल गयी. रिवॉल्वर में पांच गोलियां लोड थीं, वहीं एक गोली पैकेट में अलग से मिली है.
रिवॉल्वर पटना से इंदौर के लिए बुक कराया गया था. पार्सल उस समय पकड़ा गया, जब इंडियन एयरलाइंस की स्केनिंग एक्स-रे मशीन में फ्लाइट में सामान लोड कराने से पहले जांच की प्रक्रिया चल रही थी. रिवाल्वर की बरामदगी ने एयरपोर्ट की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है. रिवाल्वर का पैकेट मधुबनी (बिहार) से भारतीय डाक सेवा द्वारा पटना एयरपोर्ट पर पहुंचा है. पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है.
सूत्रों के अनुसार पार्सल के पैकेट पर भेजनेवाले का नाम डॉ आरके झा पोस्ट श्यामपुर, मधुबनी का पता लिखा हुआ है. पैकेट पर मोबाइल नंबर 9981248396 दिया गया है. खास बात यह है कि पार्सल को भेजने तथा पानेवाले दोनों का नाम डॉ आरके झा ही है. सोमवार की दोपहर पैकेट भेजने से पहले एयरपोर्ट पर स्केनिंग मशीन से पैकेट की जांच की जा रही थी. इस दौरान यह मामला पकड़ में आया. पैकेट खोल करके देखने पर पता चला कि उसमें रिवॉल्वर है. एयरपोर्ट प्रशासन ने तत्काल स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना पाकर एयरपोर्ट थाने की पुलिस के अलावा सचिवालय डीएसपी डॉ मोहम्मद शिब्ली नोमानी मौके पर पहुंच कर जायजा लिया. एयरपोर्ट प्रशासन ने जांच के बाद पुलिस को पैकेट सहित रिवॉल्वर को पुलिस को सौंप दिया.
कहीं भी हो सकता था हादसा
लोडेड रिवाल्वर अगर लॉक नहीं हो, तो कई बार हाथ से गिरने पर फायरिंग हो सकती है. ऐसे में एयरपोर्ट के पार्सल सेक्शन तक लोडेड रिवाल्वर के पैकेट पहुंचने के बाद अगर फ्लाइट तक पहुंच जाता, तो बड़ी घटना हो सकती थी. इस घटना ने डाक विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है. डाक विभाग की स्पीड पोस्ट सेवा से बड़ी आसानी से आतंकी संगठन विस्फोटक सामान से भरा पैकेट एयरपोर्ट, पार्सल वैन व सार्वजनिक स्थलों पर पहुंचा सकते हैं. जानकारों की माने तो लाइसेंसी रिवॉल्वर रखने वाले लोग अगर गोली लोड करते हैं, तो उसे लॉक करते हैं. कई बार इस तरह की वारदात हो चुकी है. ऐसी स्थिति में अगर लोडेड रिवॉल्वर एयरपोर्ट तक पहुंचता है, तो यह सीधे तौर पर सुरक्षा का मखौल है.
इंदौर से डॉक्टर झा तलब
इंदौर के एक निजी अस्पताल में कार्यरत मधुबनी के डॉ आरके झा को पटना पुलिस ने तलब किया है. पार्सल पैकेट पर मिले मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस ने उनसे संपर्क किया और उपस्थित होकर स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया. डॉक्टर के खिलाफ इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.