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प्रधानमंत्री संवाद में शामिल होने के लिए चल रही तैयारी, शिक्षक दिवस पर स्कूल नहीं होंगे बंद

पटना: सीबीएसइ, आइसीएसइ और केंद्रीय विद्यालय संगठन के स्कूलों में प्रधानमंत्री संवाद में भाग लेने की तैयारी चल रही है. इस शिक्षक दिवस पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 लाख स्कूलों के बच्चों के साथ संवाद करेंगे. इसको लेकर इस बार शिक्षक दिवस पर तमाम स्कूल खुले रहेंगे. सीबीएसइ और आइसीएसइ बोर्ड के निर्देश […]

पटना: सीबीएसइ, आइसीएसइ और केंद्रीय विद्यालय संगठन के स्कूलों में प्रधानमंत्री संवाद में भाग लेने की तैयारी चल रही है. इस शिक्षक दिवस पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 लाख स्कूलों के बच्चों के साथ संवाद करेंगे. इसको लेकर इस बार शिक्षक दिवस पर तमाम स्कूल खुले रहेंगे.

सीबीएसइ और आइसीएसइ बोर्ड के निर्देश के बाद स्कूलों में प्रधानमंत्री संवाद में भाग लेने के कारण स्कूल खुला रखने की योजना बनायी है.

सीबीएसइ पाटलिपुत्र सहोदया ने इसके लिए पूरे बिहार के स्कूलों से जानकारी भी मांगी. सहोदया के पास स्कूलों ने प्रधानमंत्री संवाद की तैयारी को लेकर अपनी योजना भेज दिया है. शिक्षक दिवस पर अधिकांश स्कूल बंद कर दिये जाते थे. पूरे बिहार के 108 स्कूलों में इसका आयोजन किया जायेगा. इसमें कई स्कूलों में स्टूडेंट्स के साथ टीचर्स और पैरेंट्स को भी शामिल किया गया है. सहोदया कांप्लेक्स के अनुसार हर स्कूल ने अपनी तैयारी अपने तरीके से किया है. मेय फ्लावर स्कूल में हर क्लास रूम को स्मार्ट क्लास रूम से जोड़ा हुआ है.

ऐसे में इंटरनेट के एक कनेक्शन पर हर क्लास के स्टूडेंट्स सीधे संवाद प्रोग्राम में शामिल हो पायेंगे. इसके लिए स्कूल को किसी सेमिनार हॉल या स्कूल फिल्ड में करने की जरूरत नहीं होगी. लोयेला हाई स्कूल में भी सारे स्मार्ट क्लास रूम है. ऐसे में स्टूडेंट्स अपने क्लास रूम में बैठ कर ही प्रधानमंत्री से संवाद कर सकेगे. वहीं आइसीएसइ बोर्ड के लगभग पूरे बिहार से 10 स्कूल शामिल है, जहां पर प्रधानमंत्री संवाद का कार्यक्रम आयोजित होगा.

– जेनेरेटर की व्यवस्था करें स्कूल

प्रधानमंत्री संवाद के समय बिजली की पूरी व्यवस्था हो, इसके लिए स्कूलों को अपनी ओर से जेनरेटर की भी व्यवस्था करनी है. सीबीएसइ ने तमाम स्कूलों को निर्देश दिया है कि प्रोग्राम के बीच में अगर लाइट चली जायें या किसी तरह का बिजली की दिक्कतें हो तो स्कूल अपनी ओर से जेनरेटर की व्यवस्था कर ले.

– 3 बजे शुरू होगा प्रोग्राम

पूरे देश में यह प्रोग्राम 3 बजे दिन में शुरू किया जायेगा. इसके लिए स्टूडेंट्स की रिपोर्टिग टाइम 2.30 बजे रखी गयी है. 2.30 बजे तक सारी तैयारी कर बच्चों को स्कूल कैंपस में बैठा दिया जायेगा. उसके बाद 3 बजे से कार्यक्रम शुरू होगा.

इस तरह जुड़ेंगे स्कूल

– डीटीएच सेटेलाइट

– केबल या एरियल एंटीना से

– एडूसैट

– इंटरनेट एक्सेस डिवाइस (कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल)

– रेडियो

पटना से ये स्कूल होंगे शामिल

– पटना सेंट्रल स्कूल

– पाटलिपुत्र सेंट्रल स्कूल

– प्रेमालोक मिशन

– आरपीएस रेजिडेंसियल स्कूल

– सेंट डॉमिनिक सोवियोज

– सेंट कैरेंस हाइस्कूल

– तिभुवन स्कूल

– उषा मार्टिन स्कूल

– विधा निकेतन गल्र्स हाइस्कूल

– डीएवी वाल्मी

– दूर पब्लिक स्कूल

– ज्ञान निकेतन

– मेय फ्लावर

– लोयेला हाइस्कूल

– होली क्रास स्कूल

– केंद्रीय विद्यालय, बेली रोड, दानापुर, कंकड़बाग

– आर्मी स्कूल

नोट – इसके अलावा भी कई स्कूल पटना के शािमल हैं. पूरे बिहार से 108 स्कूल शामिल हैं .

हमने इसके लिए पूरे बिहार के सीबीएसइ स्कूलों को इसकी जानकारी दिया था. हमारे पास अभी तक 108 स्कूलों ने अपना नाम भेजा है जहां पर यह प्रोग्राम आयोजित किया जायेगा. इस कार्यक्रम में हर वर्ग के बच्चों को शामिल होने के लिए कहा गया है. कई स्कूला 6ठीं से 12वीं तक तो कई स्कूल 5वीं के भी छात्र को शामिल करेगें. प्रोग्राम 3 बजे से 4.45 बजे तक आयोजित किया जायेगा.

सीबी सिंह, सचिव, पाटलिपुत्र सहोदया

दो लाख पांच हजार छात्र नहीं सुन पायेंगे प्रधानमंत्री संवाद
पटना. एक तरफ जहां प्राइवेट स्कूलों में प्रधानमंत्री संवाद को लेकर तैयारी चल रही है. वहीं बिहार के सरकारी स्कूलों में यह प्रोग्राम नहीं करवाया जा सकेगा. प्रायमरी से लेकर हाइस्कूल तक के छात्रों के इस कार्यक्रम से वंचित होना पड़ेगा. चुकी इस प्रोग्राम में डीटीएच, इंटरनेट आदि सुविधा की जरूरत होगी. लेकिन बिहार के सरकारी स्कूलों में तो इस तरह की सुविधाओं का अभाव है. अगर हम बात केवल पटना जिला की करें तो यहां पर 2 लाख 5 हजार ऐसे छात्र है जो इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पायेंगे.

बिहार के सरकारी स्कूलों के पास इन्फ्रास्ट्रर की बात तो जाने दीजिए. यहां पर आधे से अधिक स्कूलों के पास भवन और भूमि का अभाव है. अगर हम बात पटना शहर की करें तो मध्य और प्रायमरी को मिलाकर 372 स्कूल है. लेकिन इसमें कुल 208 स्कूलों के पास ना तो भवन है और ना ही भूमि है. अब ऐसे में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम कैसे होगा. इस संबंध में बिहार अराजपत्रिक प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव भोला पासवान ने बताया कि जब स्कूलों के पास भवन और भूमि ही नहीं है तो दूसरी चीजों की बात ही नहीं होनी चाहिए. काफी संख्या में स्कूल सामुदायिक भवन आदि में चल रहे है. ऐसे में इन्फ्रास्ट्रर के बारे में क्या कहां जायें. अगर इस तरह का कार्यक्रम में बिहार के सरकारी स्कूल के छात्र भी शामिल होंगे तो इसका फायदा छात्रों को ही होगा.

पटना जिला के स्कूलों की स्थिति

प्रायमरी स्कूलों की संख्या – 3248

यहां पर पढ़ने वाले छात्रों की संख्या – 1 लाख

मीडिल की संख्या – 1138

यहां पर पढ़ने वाले छात्रों की संख्या – 1 लाख के लगभग

सेकेण्ड्री और हायर सेंकेण्ड्री स्कूलों की संख्या – 170 लगभग

यहां पर पढ़ने वाले छात्रों की संख्या – 5 हजार के लगभग

इन्फ्रास्ट्रर के अभाव में बिहार में सरकारी स्कूल

पूरे पटना जिला में मीडिल स्कूलों की संख्या – 1138

बिना भवन और भूमि वाले स्कूलों की संख्या – 407

पूरे पटना जिला में प्रायमरी स्कूलों की संख्या – 3248

बिना भवन और भूमि वाले स्कूलों की संख्या – 2200

पटना शहरी क्षेत्र में मध्य और प्रायमरी स्कूलों की कुल संख्या – 372

इसमें बिना भवन और भूमि वाले स्कूलों की कुल संख्या – 208

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