मधेपुरा: खेल दिवस पर राज्य सरकार की ओर से खिलाड़ियों को मिली पुरस्कार राशि में संबंधित संघ द्वारा सेंधमारी का मामला सामने आया है.
अपने संघ के अधिकारियों पर यह गंभीर आरोप लगाया है मधेपुरा की डांस स्पोर्ट्स खिलाड़ी अंजलि कुमारी ने. अंजलि का कहना है कि उन्हें जो राशि मिली, उसमें से एक चौथाई रकम संघ के सदस्यों ने रख ली.
अंजलि को पिछले साल 22 दिसंबर को पंजाब के जालंधर में आयोजित नेशनल डांस स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के लिए राज्य सरकार की ओर से 5250 रुपये का चेक मिला. उनके एसोसिएशन के अधिकारियों ने कहा कि यह चेक पटना में ही कैश हो सकता है और उन्हें व पुरस्कार हासिल करनेवाले कुछ अन्य खिलाड़ियों को पटना स्थित बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच में ले गये. यहां अंजलि के हस्ताक्षर लेकर उनकी उपस्थिति में चेक कैश कराया गया. लेकिन, अंजलि को मात्र चार हजार रुपये ही दिये गये.
विरोध करने पर धमकी
अंजलि ने जब राशि में कटौती का विरोध किया, तो उन्हें बताया गया कि यही प्रचलन है़ अगर उन्होंने विरोध किया, तो एक सप्ताह बाद मुख्यमंत्री के आवास पर होनेवाले सम्मान समारोह में शामिल होने से वंचित कर दिया जायेगा़ साथ ही भविष्य में किसी भी प्रतियोगिता में शामिल नहीं किया जायेगा़ अंजलि पटना में चुप रह गयी, लेकिन उन्होंने पिता के हिम्मत बंधाने पर सच कहने का साहस किया़ अंजलि पार्वती कॉलेज में कॉमर्स की छात्र हैं. उनकेपिता राजकुमार चौधरी पान की दुकान चलाते हैं. उन्होंने बताया कि मैं बेटी की हर खुशी पूरा करना चाहता हूं, लेकिन इस अन्याय का प्रतिकार जरूरी है.
प्रमाणपत्र भी नहीं दिया गया था
अंजलि ने कहा कि जालंधर से जब मैं कांस्य पदक जीत कर लौटीं थीं, तो मुङो प्रमाणपत्र भी नहीं दिया गया. प्रमाणपत्र बिहार डांस स्पोर्ट्स एसोसिएशन के महासचिव विनय कुमार सिंह ने यह कह कर रख लिया गया कि इसे बाद में दिया जायेगा़
आरोप बेबुनियाद है. किसी की राशि में कटौती नहीं की गयी. खिलाड़ियों के पास अपना अकाउंट नहीं था, इसलिए हमने पटना में उन्हें चेक कैश कराने में मदद की.
विनय कुमार, सेक्रेटरी, डांस स्पोर्ट्स बिहार
मुङो इसकी कोई सूचना नहीं है. अगर ऐसा है, तो मामला गंभीर है. मैं पूरी जांच करवाऊंगा. किसी खिलाड़ी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए.
अंजनी कुमार सिंह, मुख्य सचिव