पटना: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि मैं नेताओं का नेता हूं और महागंठबंधन का भी नेता रहूंगा. इसके लिए मीडिया को चिंता करने की जरूरत नहीं है. वह विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के लिए सोमवार को पटना पहुंचे.
वह हाजीपुर में पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी साथ होंगे. एयरपोर्ट पर महागंठबंधन के नेता के सवाल पर उन्होंने कहा,नेताओं का नेता आपके साथ है. मैं आ गया हूं. जदयू-राजद-कांग्रेस का महागंठबंधन अटूट है और 2015 के विधानसभा चुनाव में भी जारी रहेगा. देश में जो चुनौती है, उसके लिए महागंठबंधन हुआ है.
उन्होंने लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के मंच साझा करने का स्वागत किया, लेकिन राजद अध्यक्ष के साथ चुनाव प्रचार करने के सवाल पर शरद यादव ने कहा कि जरूरी नहीं कि मैं लालू प्रसाद के साथ चुनाव प्रचार करूं. हम महागंठबंधन में एक साथ हैं. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हिंदुत्ववाले बयान पर उन्होंने कहा कि कहा कि हमें पहले ही पता था कि यह सब होगा. इसलिए हम भाजपा से अलग हो गये थे.
नेता का झगड़ा नहीं : श्याम रजक
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने कहा कि महागंठबंधन में नेता को लेकर कोई झगड़ा नहीं है. हम नीति व सिद्धांत पर काम कर रहे हैं. जनता की समस्याओं का समाधान करना और उन्हें हक दिलाना हमारा लक्ष्य है. शरद यादव जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और जब वह एनडीए में थे, तो उस गंठबंधन के राष्ट्रीय संयोजक भी थे.