– रेलवे गुमटी खुली होने की वजह से हुआ हादसा
– वनसप्ती माई की पूजा के बाद चिकनौटा जा रहे थे लोग
– फेनहारा खड़परी गांव से आये थे पूजा के लिए
– चिकनौटा गांव में थी टेंपो मालिक की रिश्तेदारी
– गुस्साये लोगों ने एनएच को जाम किया
प्रभात खबर टोली, मोतिहारी
मुजफ्फरपुर से देहरादून जानेवाली सप्ताहिक राप्ती गंगा एक्सप्रेस की चपेट में टेंपो के आ जाने से 20 लोगों की मौत हो गयी है. घटना सेमरा स्टेशन के पास छपरा वहाब गुमटी पर हुआ. इसमें टेंपो पर सवार आठ बच्चों, चार महिलाओं व सात पुरुषों की मौत हुई है. घटना की वजह गुमटी का खुला होना बताया जा रहा है. हादसा .352 मिनट पर हुआ. घटना के बाद से गुमटी मैन, ट्रेन का चालक व गार्ड सभी फरार हैं. ट्रेन के सुगौली में रुकना था, जो मौके से आठ किलोमीटर दूर था. इस वजह से ट्रेन पूरी रफ्तार में चल रही थी.
हादसे के बाद लगभग आधा किलोमीटर तक टेंपो ट्रेन के इंजन के साथ घिसटता गया. इसमें सवार दो बच्चियां अंजली व रितिका गंभीर रूप से घायल हुई हैं. इन्हें इलाज के लिए मोतिहारी सदर अस्पताल भेजा गया है. मौके पर रेलवे के साथ स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गये हैं. खबर लिखे जाने तक ट्रेन मौके पर खड़ी थी. स्थानीय लोगों ने पास में एनएच को जाम कर दिया है. इसके आलावा ट्रेन को भी घेरे हुये हैं.
जानकारी के मुताबिक, फेनहारा खड़परी गांव के नवल मिश्रा ने नया टेंपो खरीदा था. उसी की पूजा के लिए वनसप्ती माई के स्थान पर आये थे. नवल मिश्रा की भतीजी सरिता की शादी वनसप्ती माई स्थान के पास के गांव चिकनौटा में हुई थी. इस वजह से वनकटवा से सरिता के साथ उसकी ससुराल के लगभग दर्जन भर लोग पूजा में शामिल होने के लिए आये थे. इनमें सरिता खुद भी शामिल थी. पूजा के बाद सब लोग चिकनौटा गांव जा रहे थे. वनसप्ती माई स्थान से लगभग आधा किलोमीटकर दूर पर छपरा वहाब गुमटी है.
गुमटी खुली होने के कारण टेंपो लाइन पार करने लगा, लेकिन इसी बीच राप्ती गंगा एक्सप्रेस से टकरा गया. टक्कर इतनी तेज थी कि टेंपो के परखच्चे उड़ गये और वो ट्रेन के इंजन में फंस गया. इसके बाद लगभग पांच सौ मीटर तक घिसटता गया, तब जाकर कहीं ट्रेन रुकी. मौके पर कोहराम मच गया. जिस स्थान पर टक्कर हुई है. वहां से जहां पर ट्रेन रुकी है, वहां तक शवों के टुकड़े व खून बिखरा हुआ है. घटना की सूचना मिलते ही चिकनौटा के ग्रामीण मौके पर पहुंच गये, जब इन लोगों ने को पता चला कि टेंपों में गांव के लोग सवार थे, तब ये लोग आक्रोशित हो गये. ग्रामीणों ने चारों ओर से ट्रेन को घेर लिया.
वहीं, संजय मली मौके से फरार हो गया. ट्रेन का चालक व गार्ड भी मौके से फरार हो गये. उनके बारे में किसी को पता नहीं चल पाया. वहीं, घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. डीएम अभय कुमार सिंह व एसपी सुधीर कुमार सिंह भी मौके पर पहुंच गये हैं. इसके अलावा रेलवे अधिकारी ओम प्रकाश भी मौके पर पहुंचे चुके हैं. घटना के घायल अंजली व रितिका कुमारी को इलाज के लिए एंबुलेंस से मोतिहारी भेजा गया है. शवों को पोस्टमार्टम के इंतजाम किया जा रहा है.
वहीं, घटना के बाद ट्रेन में सवार दर्जनों यात्रियों ने बीच में ही यात्रा छोड़ दी. ये लोग पास के एनएच से विभिन्न वाहनों के जरिये अपने गनतव्य के लिए रवाना हो गये. वहीं, लंबी दूरी की यात्रा करनेवाले यात्री ट्रेन में ही फंसे हैं. ये लोग ट्रेन के रवाना होने का इंतजार कर रहे हैं.
नशे में था गुमटी मैन
मोतिहारी. छपरा वहाब गुमटी में तैनात गुमटी मैन संजय मली नशे में धुत था. ऐसा स्थानीय लोगों का कहना है. इनका कहना है, राप्ती गंगा से पहले मालगाड़ी इस रूट से गुजरी थी, तब भी संजय ने गुमटी बंद नहीं की थी. वो गुमटी के अंदर ही मौजूद था. स्थानीय लोगों ने बताया, संजय को अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिली है. वो मधुबनी जिले का रहनेवाला है.
आदर्श नहीं पहुंचा घर
हादसे में मारा गया चार साल का आदर्श स्कूल के ड्रेस में था. वो पास के बीके मेमोरियल स्कूल में पढ़ता था. रोज घर से स्कूल बस से जाता था, लेकिन सोमवार को घर के लोग पूजा में थे. इस वजह से स्कूल से आदर्श भी छुट्टी के बाद पूजा में शामिल होने के लिए आ गया. वो भी टेंपो से वापस घर जा रहा था, लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था. हादसे में मासूम आदर्श की भी मौत हो गयी.
इनकी हुई मौत
चिकनौता के मरने वाले
सुभाष पांडेय (25)
नेहा कुमारी (18)
सरिता देवी (37)
जयंत्री कुमारी (9)
निक्की कुमारी (5)
आदर्श पांडेय (4)
हिमांशु कुमार (01)
अंकित कुमार (01)
प्रमोद पांडेय (30)
मीरा देवी (47)
मनीषा कुमारी (3)
नीतेश कुमार (01)
सुभद्रा कुमारी (07)
फेनहारा के मरने वाले
अज्ञात टेंपो चालक
मनीष कुमार (20)
नवलकिशोर मिश्रा
सोनी कुमारी (11)
रू पा कुमारी (7)
रानी कुमारी (8)
उज्जवल कुमार (7)
ये हुये जख्मी
अंजली कुमारी
रितिका कुमारी