गया : कुछ लोगों द्वारा खुद को अल्पकालिक मुख्यमंत्री बताये जाने से जीतन राम मांझी को हैरानी नहीं होती. चिंता भी नहीं. क्योंकि, उन्हें पता है कि उन्हें काफी कम समय मिला है.जब सत्ता की कमान उन्होंने संभाली, तो 18 माह का समय सामने दिख रहा था. पर, अब उन्हें लगता है कि उनके पास केवल छह माह का ही वक्त है. इसी में सब कुछ करना है. जल्दी-जल्दी वह काम करने का प्रयास भी कर रहे हैं. ये बातें मुख्यमंत्री मांझी ने यहां रेनेसां परिसर में आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए कही.
‘फल्गु की दशा व दिशा’ विषय पर श्याम भंडारी बुद्धिजीवी मंच द्वारा आयोजित सेमिनार में सीएम ने कहा कि वह छह माह में ही विकास योजनाओं की धारा बहा देंगे. विकास के लिए वर्षो से उनके अंदर उनकी आकांक्षाएं हिलोरें मार रही थीं. उनकी इच्छा के अनुरूप विकास कार्यो को मूर्त रूप देने के लिए तेजी से काम भी हो रहा है.
अच्छा हुआ, लोकसभा चुनाव हार गये
सीएम ने गया दौरे में कहा कि लंबे समय से वह राजनीति में हैं. लोकसभा चुनाव के मैदान में भी उतरे थे. सोचे थे कि लोकसभा पहुंच कर गया के विकास की योजनाओं पर केंद्र का ध्यान आकृष्ट करेंगे. लेकिन, वह चुनाव ही हार गये. सीएम ने कहा कि वह भी ठीक ही हुआ. चुनाव में हारना उनके लिए शुभ साबित हुआ. कुछ दिन बाद ही सीएम बन गये.