मोतिहारी/केसरिया : बेतिया कारा में बंद शातिर अपराधी बबलू दूबे ने केसरिया के सिसवा पटना गांव निवासी चिमनी संचालक चंदन कुमार सिंह से 10 लाख की रंगदारी मांगी है. उसने चिमनी संचालक से रंगदारी की राशि वसूलने गुरुवार को अपने दो शागिर्दो को कटहरिया बाजार पर भेजा, जहां पुलिस के बिछाये जाल में उसका एक शागिर्द फंस गया, जबकि दूसरा भागने में सफल रहा.
गिरफ्तार अपराधी कोटवा के जमुनिया जसैली गांव का रंजन उपाध्याय है. उसके पास से चिमनी संचालक से बतौर रंगदारी वसूला गया 10 हजार नकद (प्रथम किस्त), एक मोबाइल व एक सुजुकी बाइक जब्त की गयी है. इसकी पुष्टि
एसपी सुधीर कुमार सिंह ने की.
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार रंजन उपाध्याय ने स्वीकार किया है कि बेतिया जेल में बंद कुख्यात बबलू दूबे ने चिमनी संचालक से रंगदारी की राशि वसूलने के लिए भेजा था. सहयोग में जमुनिया जसैली का रजनीश उपाध्याय भी उसके साथ था, लेकिन छापेमारी के दौरान रजनीश चकमा देकर फरार हो गया. एसपी ने बताया कि कुछ और सनसनीखेज खुलासा होने की संभावना है.
जरूरत पड़ी तो बेतिया जेल से बबलू दूबे को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी. छापेमारी में नगर इंस्पेक्टर प्रियरंजन, छतौनी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार, केसरिया थानाध्यक्ष अवधेश कुमार झा, डुमरियाघाट थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार पांडेय सहित सशस्त्र बल शामिल थे.
पुलिस ने बिछाया था जाल
चिमनी संचालक चंदन कुमार से बबलू दूबे तीन दिनों से लगातार फोन कर 10 लाख की रंगदारी मांग रहा था. इस बात की सूचना मिलने के बाद एसपी ने नगर व छतौनी इंस्पेक्टर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. पुलिस टीम ने मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर रंगदारी की राशि वसूलने आये दो अपराधियों में एक को गिरफ्तार कर लिया.