पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि जदयू-राजद गंठबंधन से राज्य में अपराधी निर्भीक हो गये हैं. बिहार में जंगलराज-2 का ट्रेलर साफ दिखाई दे रहा है. मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि तीन राजद विधायक और सरकार के एक मंत्री के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हुए एक सप्ताह से अधिक हो गये, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. राजद-जदयू के बीच समझौता कराने में बड़ी भूमिका निभानेवाले पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह अब अपनी कीमत वसूल रहे हैं.
मोदी ने कहा कि 15 नवंबर,2011 को मशरख प्रखंड में आयोजित पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक में जदयू नेता कामेश्वर सिंह की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी मुन्ना सिंह की हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में बनियापुर के राजद विधायक केदारनाथ सिंह और पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बड़े भाई दीनानाथ सिंह और भतीजा सुधीर कुमार सिंह को नामजद किया गया था. हाइकोर्ट के निर्देश पर मुजफ्फरपुर के जोनल आइजी गुप्तेश्वर पांडेय ने मामले की जांच की थी. उन्होंने तीनों के खिलाफ लगे आरोपों को सही पाया था. 12 जून, 2012 को उन्होंने रिपोर्ट भी फाइल कर दी थी. कोर्ट ने तीनों की अग्रिम जमानत याचिका भी अस्वीकार कर दी. अब इस मामले की जांच सीआइडी से करायी जा रही है. मौके पर प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय, विधायक उषा विद्यार्थी और प्रदेश प्रवक्ता योगेंद्र पासवान भी थे.
कई नेता भाजपा में शामिल : जदयू महासचिव और अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ व विश्वकर्मा चेतना मंच के अध्यक्ष विनय मिस्त्री मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गये. प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने उन्हें सदस्यता ग्रहण करायी. उनके साथ जदयू सचिव भुवनेश्वर मिस्त्री, अजय शर्मा, अशोक कुमार, विनोद मिस्त्री और सहरसा जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन कुमार शर्मा ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.