पटना: पटना नगर निगम क्षेत्र में सात पॉकेट बना कर डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन होगा. सोमवार को मेयर अफजल इमाम की अध्यक्षता में हुई स्थायी समिति की बैठक में इसे मंजूरी दी गयी. मेयर ने कहा कि पॉकेट स्तर पर एजेंसी चयनित करें और शीघ्र घर-घर से कचरा उठाव सुनिश्चित कराएं.
प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद शीघ्र ही निगम प्रशासन टेंडर निकालने की प्रक्रिया शुरू करेगा और अगले दो से ढाई माह में एजेंसी चयनित कर पॉकेट का आवंटन कर दिया जायेगा.
नगर आयुक्त की मंशा ठीक नहीं : मेयर अफजल इमाम ने कहा कि नगर आयुक्त की मंशा ठीक नहीं है. वह विकास कार्य को पेंडिंग रखना चाहते हैं. समिति ने कहा कि अगली बैठक में आज उठाये गये सवालों को सही कर लाये. हाइकोर्ट में सुनवाई के कारण बैठक में नगर आयुक्त कुलदीप नारायण उपस्थित नहीं थे. सात और 21 जुलाई की स्थायी समिति की प्रोसेडिंग नहीं देने पर सवाल किया गया. नगर सचिव ने कहा कि नगर आयुक्त के समक्ष प्रोसेडिंग है.
वार्डो में लगेंगे एलक्ष्डी लाइट : निगम क्षेत्र के 72 वार्डो में एलक्ष्डी लाइट लगाने संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी. प्रस्ताव पर कहा गया कि एलक्ष्डी मुख्य सड़कों पर नहीं लगेगी. पार्षदों से अनुशंसा की मांगे और तत्काल वार्डो में बल्ब लगाने की प्रक्रिया शुरू करें. बैठक में आभा लता, विनोद कुमार, विनोद गुप्ता, कांति देवी और संजय कुमार के अलावा नगर सचिव आरती कुमारी व मुख्य अभियंता के साथ तीनों अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी उपस्थित थे.
टेंडर सूची में बड़ी कंपनियों के नाम नहीं होने पर भड़के मेयर
ठोस कचरा प्रबंधन के तहत उपकरणों की खरीद संबंधित प्रस्ताव फिर अधर में पड़ गया. मेयर अफजल इमाम ने कहा कि बोर्ड की बैठक और क्रय समिति के निर्णय अलग-अलग हैं. क्रय समिति का निर्णय सिर्फ राशि की बंदरबांट है. बोर्ड में निर्णय लिया गया था कि 12 -16 सौ सीसी कचरा ट्रांसपोर्टेशन वाहन खरीदे जायेंगे. सभी वाहनों में पावर स्टेयरिंग होगा, लेकिन क्रय समिति की रिपोर्ट में ऐसा कुछ नहीं है. इसके साथ ही टेंडर में जिस एजेंसी को एल-वन में रखा गया है, वह लोकल मेड है. जबकि, टाटा मोटर्स, महिंद्रा मोटर्स और अशोक लीलैंड जैसी कंपनियों के भी टेंडर आये है. इस पर मेयर ने अपर नगर आयुक्त प्रभु राम ने सवाल किया, तो श्री राम ने कोई जवाब नहीं दिया. इससे स्थायी समिति ने प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दिया है. हालांकि, मेयर ने कहा कि स्थायी समिति ने जो गलतियां गिनाया है, उसे सुधार कर अगले बैठक में प्रस्ताव रखे.