पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने महिला सशक्तीकरण और राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाने पर जोर दिया है. गुरुवार को मुख्यमंत्री ने स्वाश्रयी महिला सेवा संघ की अध्यक्ष रेनाना झाबवाला, राष्ट्रीय समन्वयक संचिता मित्र, सेवा बिहार की महासचिव माधुरी सिन्हा, रिसर्च समन्वयक सुष्मिता गोस्वामी व सेवा भारत के सलाहकार आरयू सिंह के नेतृत्व में आये प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाये जायें. इसके लिए बड़े पैमाने पर कौशल विकास का कार्य हो रहा है.
उन्होंने सेवा भारत के सदस्यों से आग्रह किया कि वे महिला कामगारों की दैनिक मजदूरी में वृद्घि के लिए उनके अंदर छिपी प्रतिभाओं को उजागर कराएं और उनका कौशल विकास कराएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल विकास से दैनिक आय में अत्यधिक वृद्घि संभावित है. महिलाएं कृषि के क्षेत्र में भी अपनी भूमिका को बढ़ाएं. इससे उत्पादन बढ़ेगा और सकल घरेलू उत्पाद में वृद्घि होगी.
पशुपालन, मुरगीपालन व मत्स्यपालन के क्षेत्र में भी रोजगार की काफी संभावनाएं हैं. महिलाओं को विभिन्न रोजगारों से जोड़ने के लिए स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा रहा है और इन्हें बैंकों से ऋण सुलभ करा कर स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है. सुजनी, पेंटिंग, बांस कार्य, पारंपरिक कला के क्षेत्र में रोजगार की अधिक संभावनाएं हैं. इन क्षेत्रों में महिलाओं को अपने घर के निकट ही रोजगार सुलभ हो पायेगा और वे अपने घरों की देखभाल भी अच्छी तरह से कर पायेंगी. मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव संजय कुमार सिंह, सचिव श्रम संसाधन संजय कुमार उपस्थित थे.