पटना. चलती ट्रेन में अगर कोई यात्री बीमार होता है, तो उसे सबसे पहले ट्रेन में तैनात टीटीइ या कोच अटेंडेंट से संपर्क करना चाहिए. स्थिति को देखते हुए टीटीइ व कोच अटेंडेंट ड्राइवर-गार्ड को इसकी सूचना देंगे.
इसके बाद गार्ड डिवीजन के कंट्रोल रूम और आने वाले स्टेशन प्रबंधक को इसकी सूचना देगा. बुखार,सिर व पेट दर्द व गैस से जुड़ी छोटी-मोटी दवाएं ट्रेन के एसी कोच में अटेंडेंट के जिम्मे रहती है.
हर बड़े स्टेशन पर डॉक्टर और छोटे स्टेशनों पर फस्र्ट एड की सुविधा होती है. मरीज की स्थिति को देखते हुए स्टेशन पर ही डॉक्टरों की टीम जांच कर उसका इलाज करेगी. गंभीर होने की स्थिति में बीमार यात्री को नजदीक के किसी अस्पताल में रेफर किया जायेगा. गंभीर होने पर गाड़ी रोक कर मरीज का इलाज होगा.