पटना : प्रभात खबर का प्रतिभा सम्मान समारोह शनिवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में होगा. इस समारोह में पटना जिले के 50 सरकारी व निजी स्कूलों के लगभग 1500 बच्चों को सम्मानित किया जायेगा.लगातार चौथे साल आयोजित हो रहे इस सम्मान समारोह का उद्घाटन दोपहर दो बजे केंद्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद करेंगे. इस मौके पर राज्य के प्रमुख बुद्धिजीवी व शिक्षा जगत की प्रमुख हस्तियां भी मौजूद रहेंगी.
सम्मान समारोह में जिले के तमाम स्कूलों से मैट्रिक व इंटर की परीक्षा में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करनेवाले छात्र सम्मानित होंगे. साथ ही सीबीएसइ में 10 सीजीपीए लानेवाले छात्रों को भी सम्मानित किया जायेगा.
50 से अधिक सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों ने इस समारोह में भाग लेने की सहमति दी है. इन स्कूलों में टॉप करनेवाले 1500 से अधिक बच्चों को मोमेंटो व प्रमाणपत्र दिये जायेंगे.
परिचय पत्र साथ लाएं बच्चों
जिन बच्चों को प्रवेश पत्र नहीं मिला है, वे लोग स्कूल का परिचय पत्र साथ लेकर आयेंगे. बच्चों के साथ उनके एक अभिभावक को भी साथ रहना है. हर विद्यालय से एक-एक प्रतिनिधि की मौजूदगी रहेगी, जिनको प्रभात खबर अलग से सम्मानित करेगा.
इनको किया गया आमंत्रित
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के अलावा पटना विवि के कुलपति डॉ वाइसी सिम्हाद्रि, आइआइटी, पटना के रजिस्ट्रार सुभाष पांडेय, बीआइटी के निदेशक डॉ एसएल गुप्ता, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ बिहार के कार्यकारी वीसी प्रो देवदास बनर्जी, चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान के निदेशक वी मुकुंद दास, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ संजय श्रीवास्तव, चाणक्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के वीसी ए लक्ष्मीकांत, नालंदा विवि के कुलपति प्रो रासबिहारी सिंह, एनआइओएस के क्षेत्रीय निदेशक संजय सिन्हा, इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक कसीमुद्दीन हैदर, पीयू के पूर्व वीसी अरुण कुमार सिन्हा, एमयू के शाखा प्रभारी प्रो मनोज कुमार, एएन सिन्हा अध्ययन संस्थान के निदेशक डॉ डीएम दिवाकर भी समारोह में शामिल होंगे.
62 जिलों में चल रहा कार्यक्रम
प्रभात खबर के प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन बिहार-झारखंड के 62 जिलों में किया जाना है. इसी कड़ी में शनिवार को राजधानी में पटना जिले के टॉपर छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जा रहा है.
यह कार्यक्रम 17 जुलाई से जिलों में चलाया जा रहा है. सम्मान समारोह का मुख्य उद्देश्य परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों का मनोबल ऊंचा करना तथा उनको भविष्य में आने वाले चुनौतियों के लिए बल उपलब्ध कराना है.