पटना : सीटों के बंटवारे को लेकर जदयू-राजद के बीच अब बुधवार को बातचीत होगी. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने मंगलवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि बुधवार को दिन के 11 बजे मैं राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मिलने उनके आवास पर जाऊंगा.
इस दौरान हम सीट बंटवारे को लेकर विचार विमर्श करेंगे. इसके पहले मंगलवार को दोनों नेताओं की मुलाकात नहीं हो पायी. दोनों ही दल औपचारिक विचार विमर्श के पहले अपना होमवर्क कर लेना चाहते हैं. इस कारण मंगलवार की मुलाकात को टाल दिया गया. श्री सिंह ने कहा कि मुझे मंगलवार को रेल बजट
पर राज्यसभा में बोलना था, इस कारण मैंने बुधवार का समय लिया है. इधर, राजद की ओर से भी सीटों को लेकर दल में विचार विमर्श जारी रहा. नेताओं ने पार्टी प्रमुख को कम-से-कम छह सीटें जदयू से मांगने का अनुरोध किया है. इस कारण लालू प्रसाद की मंगलवार को पटना आने का कार्यक्रम टल गया. सूत्रों के मुताबिक अब वह बुधवार की शाम पटना आ सकते हैं.
राजद का तर्क है कि जिन तीन राजद विधायकों ने दल से इस्तीफा देकर जदयू में शामिल हुए थे, वे सीटें राजदके खाते की मानी जानी चाहिए. इनमें बांका, परबत्ता और राजनगर की सीटें हैं. इनके अलावा भाजपा कोटे की तीन ऐसी सीटें हैं, जिन पर 2010 के विधानसभा चुनाव में राजद दूसरे स्थान पर रहा था.
राजद के अनुसार मोहनिया और भाजपा कोटे से मिली दो सीट जाले और मोहिदीनगर को वह जदयू कोटे में मान सकता है. भागलपुर की सीट पर दूसरे स्थान पर कांग्रेस रही थी. इसलिए यह सीट कांग्रेस को दी जा सकती है.
इन सीटों पर होना है चुनाव
नरकटियागंज, हाजीपुर, छपरा, भागलपुर,मोहनिया, जाले, मोहिदीनगर, परवत्ता, बांका और राजगनर. ओबरा की खाली सीट पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव कराने पर रोक लगाया है.