औरंगाबाद के मदनपुर पुलिस फायरिंग की गूंज सोमवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में सुनायी दी. इस मामले पर चर्चा कराने की मांग पर भाजपा सदस्यों ने भारी हंगामा किया. विधानसभा की प्रथम पाली की कार्यवाही महज 17 मिनट चली. हंगामे के बीच गृह विभाग के प्रभारी मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सरकार को 24 से 48 घंटे का समय मिलना चाहिए. यदि जनता को लगता है कि पुलिस निष्क्रिय है, तो उसे प्रदर्शन करना चाहिए. उधर, विधान परिषद की में भी कोई कामकाज नहीं हो सका. सदन की कार्यवाही बमुश्किल 15 मिनट चली.
पटना : पूर्वाह्न् 11 बजे जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, भाजपा सदस्य सरकार विरोधी नारे लगाने लगे. दर्जन भर सदस्यों के हाथों में पोस्टर भी था. विरोधी दल के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि राज्य में गरीबों की हत्या हो रही है. महिला व बच्चे मारे गये हैं. ऐसे में प्रश्नकाल को स्थगित किया जाये. जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि दूसरी पाली में गृह विभाग पर विमर्श होना है.
उस दौरान सभी पक्षों का जवाब दे दिया जायेगा. यह जवाब सुनते ही भाजपा के अधिकतर सदस्य वेल में आकर रिपोर्टर टेबल को चारों ओर से घेर कर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे. हंगामा तब तक जारी रहा, जब तक कि सदन की कार्यवाही स्थगित करने की घोषणा नहीं की गयी. सदन में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी मौजूद थे. आसन के निर्देश पर मार्शलों ने भाजपा सदस्यों से पोस्टर छीन लिया. हंगामा शांत होते नहीं देख अध्यक्ष ने सात मिनट बाद ही सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
कार्यस्थगन प्रस्ताव नामंजूर : दोपहर 12 बजे जैसे ही दूसरी बार सदन की कार्यवाही शुरू हुई, भाजपा सदस्य फिर हंगामा करते हुए वेल में आ गये. विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को सूचित किया कि डॉ प्रेम कुमार व अरुण कुमार सिन्हा का कार्यस्थगन प्राप्त हुआ है, जिसे अमान्य कर दिया गया है. अध्यक्ष द्वारा शून्यकाल में सूचना पढ़ने के लिए अरुण शंकर प्रसाद का नाम पुकारा गया. सूचना नहीं पढ़े जाने के बाद आसन द्वारा सरकार को वाणिज्यकर विभाग के प्रभारी मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव को कुछ कागजातों को सभा मेज पर रखने को कहा गया. इसके बाद निवेदन समिति के सभापति शालीग्राम यादव द्वारा समिति का 78, 79,80 व 81 का प्रतिवेदन सभा के समक्ष रखा गया.
शून्यकाल समिति का प्रतिवेदन भी सदन पटल पर रखा गया. विधानसभा के प्रभारी सचिव हरेराम मुखिया द्वारा चलते सत्र में प्राप्त व स्वीकृत 42 याचिकाओं को सदन में प्रतिवेदित किया गया. विपक्ष के हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे के लिए स्थगित कर दिया.
विप में भी हंगामा
इधर, विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के रजनीश कुमार ने कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया, जिसे आसन ने निरस्त कर दिया. इसके बाद भाजपा सदस्य वेल में आ गये और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे. जदयू के संजय सिंह व रणवीर नंदन ने अपनी-अपनी सीट से उठ कर विपक्ष पर रोज किसी-न-किसी बात को लेकर सदन की कार्रवाई बाधित करने का आरोप लगाया. हंगामे को देखते हुए सभापति ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी. सदन की कार्यवाही दोबारा आरंभ होते ही भाजपा के सदस्यों ने फिर नारेबाजी शुरू कर दी. इस समय प्रतिपक्ष के नेता सुशील मोदी सदन में मौजूद थे. जदयू के नीरज कुमार ने कहा, भाजपा सदन का समय बरबाद कर रही है.
इस बीच जदयू के कुछ सदस्य भी अपनी जगह पर खड़ा होकर नारे लगाने लगे. नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा ने विधान परिषद में एक भी महादलित को आने नहीं दिया. प्रो रणवीर नंदन ने कहा भाजपा नकली आंसू बहा रही है.
हंगामा खत्म नहीं होते देख उपसभापति सलीम परवेज ने सदन की कार्यवाही मंगलवार को 12 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा की. इसके चलते सदन की कार्यवाही मंगलवार के 12 बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी गयी.