पटना: दीघा ग्रिड को सात दिनों के बदले 32 घंटे में ही बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गयी है. खगौल-दीघा ट्रांसमिशन लाइन के क्षतिग्रस्त केबल सर्किट के तीन कार्यरत फेज से एक नयी सर्किट बना कर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की गयी है.
शुक्रवार की दोपहर भूमिगत केबल क्षतिग्रस्त होने के बाद ट्रांसमिशन इंजीनियरों ने काफी कम समय में डैमेज प्वाइंट को खोज निकाला और स्थानीय संसाधनों से क्षतिग्रस्त एक केबल की मरम्मत कर बिजली आपूर्ति बहाल करने में सफलता पायी.
इस उपलब्धि पर ऊर्जा सचिव सह बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी प्रत्यय अमृत ने कर्मियों को पुरस्कृत करने और चयनित इंजीनियरों को विशेष प्रशिक्षण के लिए अमेरिका भेजने की बात कही है. इंजीनियरों की टीम 18 अगस्त को अमेरिका रवाना होगी और 10 दिनों का प्रशिक्षण लेगी, ताकि आपात स्थिति में बाहर से तकनीशियन आने का इंतजार नहीं करना पड़े. उन्होंने कहा कि सतना से आयी तकनीशियनों के साथ कंपनी के इंजीनियर काम कर रहे हैं, ताकि वे प्रशिक्षित हो सके.
31.15 घंटे में बहाल हुई बिजली : शुक्रवार की दोपहर 2:50 बजे हुई गड़बड़ी का शनिवार की रात 11:05 बजे तक अस्थायी समाधान खोज निकाला गया. पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी प्रत्यय अमृत ने कहा कि गंभीर रूप से केबल सर्किट क्षतिग्रस्त होने के बावजूद ट्रांसमिशन कंपनी के एमडी और कुशल इंजीनियरों के सराहनीय कार्य की वजह से ही 32.15 घंटे में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गयी. इसको लेकर कंपनी के एमडी समेत बेहतर कार्य करनेवाले इंजीनियरों और ठेकेदारों को 15 अगस्त के कार्यक्रम में पांच-पांच हजार रुपये पुरस्कृत किया जायेगा.
सतना से आयी टीम : क्षतिग्रस्त सर्किट की मरम्मत के लिए सतना से टीम आयी है. सीएमडी ने बताया कि टीम ने उपलब्ध दो ज्वाइंट किट्स के सहारे केबल के एक सर्किट की मरम्मत शुरू कर दी. साथ ही स्वीडन से मंगाये जा रहे आठ ज्वाइंट किट्स सोमवार की रात पटना पहुंच जायेंगे. साथ ही 30 मार्च को हुई क्षतिग्रस्त सर्किट को भी दुरुस्त किया जायेगा. मरम्मत में पांच से छह दिन लगेगा.
निर्माण एजेंसी से वसूला जायेगा जुर्माना : खगौल-दीघा ट्रांसमिशन लाइन की अंडर ग्राउंड केबलिंग हुई है. केबल क्षतिग्रस्त होने पर भी बिजली आपूर्ति सामान्य रहे, इसके लिए ओवरहेड लाइन का भी प्रावधान किया जा रहा है. ओवरहेड लाइन लगाने में जितना खर्च आयेगा, उस राशि को निर्माण एजेंसी से वसूला जायेगा. फिलहाल निर्माण एजेंसी के ठेकेदार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. भविष्य में केबल क्षतिग्रस्त नहीं हो, इसके लिए मैप उपलब्ध करा दिया गया है.
क्या थी गड़बड़ी की वजह
– सड़क निर्माण में लगी एजेंसी ने शुक्रवार की दोपहर 2:50 बजे खुदाई में दीघा-खगौल संचरण लाइन (दूसरा सर्किट)के दो केबल क्षतिग्रस्त कर दिये. घटना खगौल गुमटी से पहले रेलवे कॉलोनी के समीप हुई. इस कारण दीघा ग्रिड से पावर सप्लाइ बाधित हो गयी और इससे जुड़े कई पावर सब स्टेशनों को बिजली नहीं मिली.
इन्हें किया जायेगा पुरस्कृत
संजय कुमार सिंह, एमडी, बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी
भाष्कर शर्मा, निदेशक, पावर ट्रांसमिशन कंपनी
ददन प्रसाद सिंह, मुख्य अभियंता, प्रोजेक्ट,संचरण क्षेत्र पटना
अरुण कुमार सिन्हा, जीएम सह मुख्य अभियंता, संचरण क्षेत्र पटना
अरुण कुमार यादव, विद्युत अधीक्षण अभियंता, संचरण अंचल पटना
चितरंजन राय, विद्युत कार्यपालक अभियंता, संचरण प्रमंडल, खगौल
तन्मय पाठक, सहायक कार्यपालक अभियंता, संचरण अवर प्रमंडल दीघा
रोहित कुमार, सहायक कार्यपालक अभियंता, संचरण अवर प्रमंडल खगौल
शिवेश कुमार, कनीय विद्युत अभियंता, संचरण अवर प्रमंडल दीघा
अरविंद कुमार, कनीय विद्युत अभियंता, लाइन मेंटेनेंस दीघा
मुकेश भारद्वाज, ठेकेदार, मेसर्स चौहान एंड कंपनी