पटना: दहेज में दो लाख नहीं मिलने पर पति श्याम प्रसाद ने अपनी पत्नी आरती को नंगा कर रॉड से पीटा और उस पर भी मन नहीं भरा, तो गुप्तांग में रॉड घुसेड़ दिया. पत्नी दर्द से कराहती रही, लेकिन वह नशे में उसे पीड़ा देता रहा.
इसके बाद पत्नी को फांसी लगा कर आत्महत्या करने को कहा. पत्नी इसके लिए तैयार नहीं हुई, तो फिर पीटा. पत्नी के शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं. पति ने उससे मोबाइल फोन छीन लिया और कमरे में बंद कर दिया. यह घटना गोपालपुर थाने के अब्दुल्लाहचक गांव में मंगलवार की रात हुई. आरती ने महिला थाने में पति श्याम प्रसाद, सास लालती देवी व ससुर राम ईश्वर प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने उसकी मेडिकल जांच करायी है. थानाध्यक्ष मृदुला कुमारी ने कहा कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
गोपालपुर थाने ने नहीं दर्ज की प्राथमिकी : आरती ने घटना के अगले दिन बुधवार को चालाकी दिखायी और दो लाख दहेज देना स्वीकार कर लिया. इसके बाद उसने किसी तरह अपना मोबाइल फोन भी उन लोगों से ले लिया. इसके बाद चुपके से अपने पिता रामजी महतो (सालिमपुर अहरा, गांधी मैदान) को जानकारी दे दी. उसके परिजनों ने इस बात की जानकारी गोपालपुर थाने को दी और उसके बाद पुलिस की मदद से वहां से अपने घर ले आये.
आरती का यह आरोप है कि गोपालपुर थाने में उसकी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी, तो वह महिला थाने पहुंची और शिकायत दर्ज करायी. आरती ने बताया कि उससे हमेशा दहेज के रूप में दो लाख की मांग की जाती थी. नहीं देने पर हमेशा प्रताड़ित करने के साथ ही मारपीट की जाती थी. इसकी शिकायत वह पहले भी पुलिस से कर चुकी है. पुलिस के समक्ष हमेशा काउंसेलिंग होती थी. लेकिन, फिर भी बार-बार वह मारपीट करता था. वह दूसरी शादी करने को इच्छुक था, इसलिए भी वह प्रताड़ित करता था.
2010 में हुई थी शादी : सालिमपुर अहरा निवासी व फल विक्रेता रामजी महतो की बेटी आरती की शादी छह जून, 2010 को गोपालपुर थाने के अब्दुल्लाहचक निवासी राम ईश्वर प्रसाद के मेकैनिक बेटे श्याम प्रसाद से हुई थी. उनकी दो साल की एक बेटी भी है. श्याम प्रसाद बाकरगंज की एक दुकान में इलेक्ट्रॉनिक सामान की मरम्मत का काम करता है.