पटना: जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व रेल मंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा में आज पेश रेल बजट को निराशजनक बताया और इसमें भविष्य की कोई ठोस योजना नहीं होने का आरोप लगाते हुए चुटकी लेते हुए कहा कि अच्छे दिन आने वाले हैं. पटना में आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश ने कहा कि उन्हें रेल बजट में कुछ भी ठोस नहीं दिखता और यह निराश करने वाला रेल बजट है.
उन्होंने सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. हालांकि उन्होंने सुरक्षा की बात की है पर उसके लिए क्या कदम उठाए जाएंगे इस बारे में विस्तार से नहीं बताया.अटल बिहार वाजपेयी नीत केंद्र की पिछली राजग सरकार के कार्यकाल में रेल मंत्री रहे नीतीश ने कहा कि रेल बजट में कुछ भी नया नहीं है. हमने अपने रेलमंत्रित्व काल के दौरान सुरक्षा के लिए विशेष योजना बनायी थी और इसके लिए एक कोष का गठन किया था.
रेलवे में विदेशी निवेश के प्रस्ताव के बारे में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कितना विदेशी निवेश और पीपीपी के जरिए निवेश कर सकेंगे यह बहस का मुद्दा है. वे निजीकरण की ओर जाएंगे जिसे स्वीकार करने से वे घबरा रहे हैं.मुंबई-हैदराबाद रेल खंड पर बुलेट ट्रेन की शुरुआत के बारे नीतीश ने कहा कि यह उनके पहुंच के बाहर वाला सपना बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान चुनिंदा इलाकों में सेमी बुलेट ट्रेनें चलाए जाने का सुझाव दिया था. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान दिल्ली और आगरा के बीच सेमी बुलेट ट्रेन की शुरुआत की गयी थी और इसके लिए ट्रायल रन में 11 साल लगे.