22.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

हंगामे की भेंट चढ़ा बिहार विधानसभा

पटना: बिहार विधानसभा एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ गया. विपक्ष ने कई मुद्दों को उठाकर विधानसभा में हंगामा शुरु कर दिया. विपक्ष ने मुख्य रुप से नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान घटिया दवा खरीद और भाजपा नेता ओ पी धनखड के हरियाणा के युवकों से किये गए एक विचित्र वादे कि यदि […]

पटना: बिहार विधानसभा एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ गया. विपक्ष ने कई मुद्दों को उठाकर विधानसभा में हंगामा शुरु कर दिया. विपक्ष ने मुख्य रुप से नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान घटिया दवा खरीद और भाजपा नेता ओ पी धनखड के हरियाणा के युवकों से किये गए एक विचित्र वादे कि यदि उन्हें राज्य में दुल्हनें नहीं मिल पा रही है तो वह उनके लिए बिहार से दुल्हनें लाएंगे, जैसे कई मुद्दों के विरोध में विपक्ष एवं सत्ता पक्ष के लोगों के हंगामे के चलते बिहार विधान परिषद की कार्यवाही आज दूसरे दिन भी नहीं चल पायी और सभापति अवधेश नारायण सिंह को सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित करनी पडी.

बिहार विधान परिषद की आज कार्यवाही शुरु होने के पूर्व ही भाजपा सदस्यों के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान घटिया दवा खरीद मामले की सीबीआई से जांच की मांग को लेकर हाथों में तख्ती और पोस्टर लेकर सदन के बीचोंबीच आकर हंगामा करने पर सभापति अवधेश नारायण सिंह ने एतराज जताते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही शुरु हुई नहीं और आप लोगों ने हंगामा शुरु कर दिया.
सभापति के सदन की कार्यवाही शुरु करने की घोषणा किए जाने पर भाजपा नेता ओ पी धनखड के हरियाणा के युवकों से किये गए एक विचित्र वादे कि यदि उन्हें राज्य में दुल्हनें नहीं मिल पा रही है तो वह उनके लिए बिहार से दुल्हनें लाएंगे, सत्ता पक्ष के सदस्य भी हाथों में तख्ती और पोस्टर लेकर हंगामा करने लगे. उन्होंने धनखड और प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी के खिलाफ नारे लगाए.
सदन के बीचोंबीच आकर हंगामा कर रहे सदस्यों को अपनी-अपनी सीट पर लौटने और सदन की कार्यवाही सुचारु रुप से चलने देने के निर्देश का पालन नहीं किए जाने पर सभापति ने कार्यवाही अपराह्न 2.30 बजे तक के लिए स्थगित किए जाने की घोषणा कर दी.
बाद में बिहार विधान परिषद स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने सत्तापक्ष पर आरोप लगाया कि संसदीय इतिहास में यह पहला मौका होगा जब सत्ताधारी दल के सदस्यों द्वारा कल से सदन की कार्यवाही को बाधित किया जा रहा है. सुशील ने कहा कि हमलोगों ने विपक्ष में होते हुए भी एक दिन भी प्रश्नकाल को बाधित नहीं किया और भोजनावकाश के बाद की सदन की कार्यवाही को चलने दिया.
उन्होंने सरकार पर घटिया दवा आपूर्ति जैसे मुद्दे पर बहस से भागने का आरोप लगाते हुए आरोप लगाया कि इसी कारण लगातार आज दूसरे दिन भी सत्ताधारी दल के सदस्यों ने योजनाबद्ध तरीके से सदन की कार्यवाही को चलने नहीं दिया.
धनखड मुद्दे को लेकर सत्तापक्ष पर कल दोनों सदनों बिहार विधानसभा और बिहार विधान परिषद की कार्यवाही नहीं चलने देने का आरोप लगाते सुशील ने इसे अत्यंत निंदनीय, अशोभनीय एवं लोकतांत्रिक मर्यादाओं के विपरीत बताया तथा कहा कि कल सत्तापक्ष के लोगों ने बिहार विधानसभा में जल संसाधन मंत्री को भी अपना भाषण नहीं देने दिया. उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष के इस अमर्यादित आचरण पर भाजपा के मुख्य सचेतक रजनीश कुमार ने सभापति से एक निंदा प्रस्ताव पारित किए जाने का आग्रह किया था.
सुशील ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान जब स्वास्थ्य विभाग भी उनके ही प्रभार में था ब्लैक लिस्टेड कंपनियों से सौ करोड रुपये की अधिक राशि की घटिया दवा उंचे दामों पर खरीदी गयी और विपक्ष की इस मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग को दबाने और इसपर चर्चा नहीं हो सके इसलिए सत्तापक्ष सदन में हंगामा करवा रहे हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें