पटना:बिहार के जमुई और झारखंड के गिरिडीह जिलों की सीमा पर स्थित खैरा थाना क्षेत्र के लखारी जंगल में शुक्रवार को पुलिस व नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट हीरा कुमार झा शहीद हो गये.
मुठभेड़ के बाद नक्सली कपड़े बदलकर भागने के फिराक में थे जिन्हें सुरक्षा बलों ने धर दबोचा. खबर है कि सीआरपीएफ व पुलिस के जवानों के साथ जब माओवादियों की मुठभेड़ हो गयी और फायरिंग कर सिद्धू कोड़ा समेत अन्य नक्सली भागने लगे, तो पहली दफा सिद्धू की पत्नी रीना नहीं भाग सकी.बाद में रीना ने कपड़ा बदल लिया. सूत्र बताते हैं कि रीना ने पहले काले रंग का ड्रेस पहना था, जिसे खोल कर उसने साड़ी पहन ली थी और भागने के फिराक में थी, पर उसे पकड़ लिया गया.
पकड़े गये नक्सलियों से हो रही है पूछताछ
अभियान में पकड़े गये नक्सलियों में हार्डकोर नक्सली सिद्धू कोड़ा की पत्नी रीना कोड़ा भी शामिल है. मूल रूप से बांका की रहनेवाली रीना कोड़ा भी हार्डकोर नक्सली बतायी जाती है. पुलिस व सीआरपीएफ इन नक्सलियों से लगातार पूछताछ कर रही है. बताया जाता है कि माओवादियों के पास से 315 बोर की एक राइफल, एक पिस्टल, कारतूसों समेत विध्वंस के कई सामान बरामद किये गये है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन माओवादियों से यह पता लगाया जा रहा है कि इस इलाके में जमावड़े के पीछे उद्देश्य क्या था और हाल में इनकी योजनाएं क्या है.
शहादत हमेशा याद की जायेगी : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि यह घटना दुखद है. सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट हीरा कुमार झा की शहादत हमेशा याद की जायेगी. इस प्रकार की घटनाएं देश में विभिन्न जगहों पर हो रही हैं. इनसे केंद्र सरकार अच्छी तरह से निबटे. ऐसी घटनाओं को अंजाम देनेवाले के साथ कड़ाई से पेश आना चाहिए.