पटना: केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि एफसीआइ अब बिहार के किसानों से मक्का भी खरीदेगा. उन्होंने एफसीआइ के सीएमडी को राज्य के उन जिलों में क्रय केंद्र खोलने का निर्देश दिया है, जहां मक्के का सर्वाधिक उत्पादन होता है.
एक दिन के दौरे पर आये पासवान ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ खाद्य सुरक्षा कानून को लेकर हुई बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम में गरीबों को एक रुपये किलो मोटा अनाज, दो रुपये किलो गेहूं और तीन रुपये किलो चावल देने की घोषणा की गयी है. चूंकि मक्का मोटे अनाज में शामिल है, इसलिए सरकार लोगों को एक रुपये प्रति किलो मक्का भी उपलब्ध करायेगी.
1 से 31 जुलाई तक सभी प्रखंड मुख्यालयों में कैंप
इससे पहले, श्री पासवान की मुख्यमंत्री व राज्य के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक के साथ राज्य में खाद्य सुरक्षा कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने के मामले में डेढ़ घंटे से भी अधिक तक वार्ता हुई. तय हुआ कि राज्य में खाद्य सुरक्षा कानून के दायरे में आनेवाले लोगों के बीच अनाज का वितरण ठीक से हो इसके लिए अनाजों के भंडारण और वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाये. श्री पासवान ने बताया कि राज्य सरकार 1 से 31 जुलाई तक सभी प्रखंड मुख्यालयों में कैंप लगा कर लोगों की समस्याओं का निदान करेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से उन्होंने अनाजों की वितरण प्रणाली पर भी बातचीत की है. उन्होंने कहा कि हमने जनवितरण प्रणाली की दुकानों का आवंटन अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों को आरक्षण के तहत करने का सुझाव दिया है.
अनाजों के भंडारण की क्षमता का होगा विस्तार
अनाजों के भंडारण के लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि अगले कुछ महीनों में राज्य में अनाजों के भंडारण की क्षमता विकसित कर दी जायेगी. फिलहाल राज्य में केवल 5.35 लाख मीटरिक टन अनाज के भंडारण की क्षमता ही उपलब्ध है. श्री पासवान ने कहा कि बिहार में अनाजों के भंडारण के लिए निजी क्षेत्रों के गोदाम के निर्माण का कार्य शुरू किया जा रहा है. साथ ही राज्य सरकार अपने स्तर पर भी गोदामों का निर्माण करा रही है. अगले एक-डेढ़ वर्षो में बिहार में अनाजों की भंडारण क्षमता 5.35 लाख मीटरिक टन से बढ़ कर 22 लाख मीटरिक टन तक हो जायेगी. श्री पासवान ने कहा कि अब रैक के पहुंचने के बाद अनाज को गोदामों में भेजने की जगह सीधे गंतव्य की ओर रवाना कर दिया जयेगा. इससे रैकों को अनाज अनलोड करने के लिए लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा.