पटना: भाजपा नेता सुशील मोदी ने राजद को शिखंडी बताया है. उन्होंने कहा कि राजद को यह तय करना होगा कि विधानमंडल में उसकी भूमिका सरकार के पक्ष में होगी या फिर विपक्ष की.
राजद का नेतृत्व एक तरफ सरकार को समर्थन दे रहा है, जबकि दूसरी तरफ वह विपक्ष की भूमिका निभाने की भी बात कर रहा है. मोदी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब लालू प्रसाद को अपना नेता मान लेना चाहिए.
वैसे भी वे लालू प्रसाद को अपना बड़ा भाई मानते रहे हैं. ऐसे में लालू का नेतृत्व स्वीकार करने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए. विधान परिषद स्थित अपने कक्ष में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार विधानमंडल के दोनों ही सदनों में हम सशक्त विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में गेहूं खरीद, इंसेफ्लाइटिस से बच्चों की मौत, मेडिकल कॉलेजों में नामांकन, शिक्षक नियोजन, नियोजित शिक्षकों को नियत वेतनमान जैसे कई अहम मुद्दे हैं, जिन पर हम सरकार को अपना स्पष्ट पक्ष रखने के लिए मजबूर करेंगे.
राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर मोदी ने कहा कि बिहार की स्थिति अब वर्ष 2005-06 वाली हो गयी है. हत्या, लूट और डकैती जैसी आपराधिक घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है. किसी भी सरकार की लोकप्रियता का सबसे बड़ा पैमाना कानून-व्यवस्था होती है, जो इस सरकार ने खो दिया है. उन्होंने एक बार फिर नौकरशाहों का स्थानांतरण व पदस्थापन राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के इशारे पर करने का आरोप लगाया और कहा कि केवल डीजीपी को बदलने से व्यवस्था में परिवर्तन संभव नहीं है.