पटना. विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि नीतीश कुमार व लालू प्रसाद ने इमरजेंसी लगाने की गुनहगार कांग्रेस से हाथ मिला लिया है. जेपी को अपना नेता माननेवाले दोनों नेता उनके आदर्शो को भूल चुके हैं. जेपी ने महंगाई, भ्रष्टाचार, परिवारवाद व तानाशाही के खिलाफ संघर्ष किया था.
वहीं, नीतीश और लालू ने अपने-अपने दल में विरोध की आवाज दबा कर तानाशाही थोप दी है. राजद में कर्मठ नेताओं का दम घुट रहा है, तो जदयू के 18 विधायक आंतरिक तानाशाही से लड़ रहे हैं.
आपातकाल के बाद सुविधा की राजनीति करनेवाले कई समाजवादी नेताओं ने पलटी मार कांग्रेस से नाता जोड़ लिया. उसी लाइन में आज लालू प्रसाद व नीतीश कुमार आगे-पीछे खड़े हैं. दोनों ने जेपी के आदर्शो का गला घोंटने का काम किया है. बिहार में अगली सरकार भाजपा की बनेगी.