पटना: पीएमसीएच में सोमवार की दोपहर मामूली बात पर जूनियर डॉक्टरों व एसटीएफ जवानों में मारपीट हो गयी. जूनियर डॉक्टरों ने मेडिकल जांच कराने गये नयी बहालीवाले एसटीएफ के दो जवानों को पीटा और उन्हें जख्मी कर दिया.
जवान भागने के लिए परिसर में खड़ी विभागीय बस में चढ़ने का प्रयास कर रहे थे, तो उन्हें खींच कर दोबारा पीटा व बस का शीशा तोड़ दिया. तीन घंटे तक परिसर में हंगामा होता रहा और जूनियर डॉक्टर हाथ में हॉकी-डंडा लेकर एसटीएफ जवानों को खोजते रहे.
मेडिकल जांच के लिए आये थे जवान : एसटीएफ में पिछले दिनों कई पदों पर बहाली हुई थी. सोमवार को जवानों को मेडिकल जांच के लिए बस से पीएमसीएच ले जाया गया था. मेडिकल प्रक्रिया चल रही थी. इस दौरान राजेंद्र सजिर्कल व ब्लड बैंक के बीच एसटीएफ के कई जवान खड़े थे. पीएमसीएच के एक डॉक्टर अपनी बाइक निकालने के लिए वहां पहुंचे, तो एक जूनियर डॉक्टर ने एसटीएफ जवान को रास्ते से हटने की बात कही. इसी बात को लेकर बहस हो गयी. मामला बढ़ा तो पूरे हॉस्टल में विवाद की बात फैल गयी. भारी संख्या में जूनियर डॉक्टर हॉकी-डंडा लेकर वहां पहुंचे और एसटीएफ जवानों पर हमला कर दिया. इस दौरान दो जवानों की बुरी तरह पिटाई हुई. वह खून से लथपथ थे. एसटीएफ जवानों ने भी हाथ चलाये, लेकिन संख्या अधिक होने के कारण जूनियर डॉक्टर भारी पड़े. करीब आधे घंटे तक जूनियर डॉक्टर हमलावर बने रहे.
बस से खींच की पिटाई : पूरी तरह से घिर चुके जवानों ने जब भाग कर बस में चढ़ने का प्रयास किया, तो डॉक्टरों ने खींच कर दोबारा पीटा. बस का शीशा तोड़ दिया. तत्काल सिटी कंट्रोल रूम व वज्र वाहन मौके पर भेजा गया. घटना के बाद तीन घंटे तक हंगामा होता रहा. एसटीएफ के लोग घायल जवानों को लेकर इलाज के लिए निकल गये. वहीं जूनियर डॉक्टर हॉकी-डंडा लेकर जवानों को खोजते रहे. करीब दो बजे जूनियर डॉक्टर कार्य बहिष्कार पर चले गये और मारपीट करने वाले एसटीएफ के जवानों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. राघोपुर के दिलीप राय हाथ की टूटी हड्डी का इलाज कराने आये थे. मारपीट के दौरान वह दहशत में आ गये. वह और उनकी पत्नी बेड छोड़ कर बाहर निकल गये. इस मामले में एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि दोषियों के खिलाफ नामजद एफआइआर होगी. एसटीएफ के डीएसपी संजय कुमार पीएमसीएच पहुंचे व प्राचार्य से वार्ता की. घटना को लेकर एसटीएफ की तरफ से कार्रवाई की बात की गयी. इस पर प्राचार्य ने भी जूनियर डॉक्टरों के घायल होने की बात कही. कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमर कांत झा अमर ने बताया कि कॉलेज प्रशासन की ओर से मामला दर्ज कराया गया है.