सहरसा में करंट से छात्र की मौत
सहरसा : कचहरी चौक पर सड़क पर गिरे बिजली के तार की चपेट में आने से हुई छात्र सुरेश की मौत के बाद सोमवार की सुबह शहर में साढ़े घंटे उग्र छात्रों ने उपद्रव किया. उग्र छात्रों ने कचहरी स्टेशन पर सुपौल से आ रही ट्रेन में जम कर तोड़फोड़ की और उसके इंजन को आग के हवाले कर दिया.
छात्रों ने एसपी ऑफिस के बोर्ड को भी तहस-नहस करते हुए जम कर रोड़ेबाजी की. कलक्ट्रेट के आगे लगे होर्डिग्स को क्षतिग्रस्त कर दिया. साथी की मौत से गुस्साये छात्रों ने मत्स्यगंधा स्थित ग्रिड व टेक्नो कंपनी के कार्यालय सहित गोदाम में भी तोड़फोड़ व आगजनी की. उपद्रवियों ने गोदाम से लाखों रुपये के सीएफएल सहित अन्य उपकरण लूट लिये. उसके बाद सभी सदर थाने के सामने स्थित पावर हाउस कार्यालय पहुंचे. यहां भी बंद कार्यालय के सभी कमरों की खिड़कियां तोड़ कर आग लगा दी. उपद्रवी छात्रों ने थाना चौक की दुकानों पर भी लाठी से प्रहार कर क्षति पहुंचायी. पुलिस द्वारा खदेड़े जाने के बाद वे गंगजला रेलवे ढाले के पास एकजुट होकर पुलिस को ललकारने लगे और पास के ट्रैक से ही पत्थर उठा पुलिस पर बरसाने लगे.
छात्रों ने सदर एसडीओ राजेश कुमार सिंह व एसडीपीओ प्रेमसागर के नेतृत्व में तैनात पुलिसकर्मियों पर जम कर पथराव किया. इस क्रम में पुलिस के कुछ जवानों को चोटें भी आयीं. जवानों ने खदेड़ कर उपद्रव मचा रहे छात्र सहित 31 युवकों को गिरफ्तार किया. बेकाबू होती जा रही स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को अश्रु गैस के गोले दागने पड़े. घंटों बाद जिलाधिकारी शशिभूषण कुमार और स्थानांतरित एसपी एम सुनील नायक थाना चौक पहुंचे. यहां से पुलिस बलों के साथ कचहरी स्टेशन पहुंच धू-धू कर जलती ट्रेन को देख दमकल को बुलवाया. लेकिन तब तक इंजन पूरी तरह जल चुका था. सुबह करीब साढ़े पांच बजे से शहर में शुरू हुआ बवाल 10 बजे के बाद ही सामान्य हो पाया.