पटना : दिलचस्प मोड़ पर पहुंच चुके राज्यसभा उपचुनाव के सभी प्रत्याशियों के नामांकन वैध पाये जाने के बाद अब सत्ताधारी दल और बागियों के बीच रूठने और मनाने का दौर शुरू हो गया. मंगलवार को जदयू ने जहां बागी विधायकों को मनाने की कोशिश की, वहीं पार्टी के निर्देश नहीं माननेवाले विधायकों को सदस्यता खत्म होने की चेतावनी भी दी गयी. जदयू ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त की सीधा आरोप लगाया.
पार्टी ने कहा कि भाजपा नेता जदयू विधायकों को 30 से 35 लाख नकद और दिल्ली में एक फ्लैट देने का लोभ देकर समर्थन मांग रहे हैं. पार्टी के अधिकृत प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने कहा कि भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी के आवास से बागियों को ताकत मिल रही है.
पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा और राजद मिल कर हॉर्स ट्रेडिंग को हवा दे रहे हैं और एक साथ मिल कर किसी भी तरह जदयू और नीतीश कुमार को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. पार्टी ने साफ कर दिया कि मतदान की नौबत आती है, तो जदयू ह्वीप जारी करेगा. ह्वीप का उल्लंघन करनेवालों की सदस्यता खत्म होगी.
भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन देने के सवाल पर भाजपा संसदीय दल की दिल्ली में हो रही बुधवार की बैठक में निर्णय लिया जायेगा. इस बीच राजद ने अपने स्टैंड से बदलते हुए साफ किया कि उसके 21 विधायकों को अपनी मर्जी से वोट देने की आजादी नहीं होगी.
पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद खुद इस संबंध में दिशानिर्देश जारी करेंगे. इस बीच शरद यादव बागियों को मनाने की कोशिश करते रहे. चाणक्य होटल में शरद से मिलने सतीश कुमार, अनिरुद्ध यादव समेत आधा दर्जन विधायक पहुंचे. निलंबित विधायक रवींद्र राय ने पार्टी अध्यक्ष से फोन पर बातचीत की. देर शाम मंजीत कुमार सिंह के आवास पर जदयू विधायकों की बैठक हुई.
* सभी छह उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध
पटना. तीन सीटों के लिए होनेवाले राज्यसभा उपचुनाव के सभी छह उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाये गये हैं. मंगलवार को विधानसभा के सचिव सह राज्यसभा के निर्वाची पदाधिकारी हरेराम मुखिया ने उम्मीदवारों की उपस्थिति में नामांकन पत्रों की जांच की. इस मौके पर चुनाव आयोग के ऑब्जर्वर के रूप में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अजय नायक मौजूद थे.