पटना: राज्यसभा की तीन सीटों का चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है. जदयू अपने उम्मीदवारों की घोषणा जहां रविवार को करेगा, वहीं भाजपा की चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के बावजूद शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ सीपी ठाकुर ने खुद विधानसभा सचिवालय जाकर नामांकन के परचे हासिल किये. दूसरी ओर पूर्व सांसद साबिर अली ने भी अपने नामांकन के कागजात तैयार कर लिये हैं. डॉ सीपी ठाकुर और साबिर अली ने नामांकन
के परचे हासिल करने की पुष्टि की है. सूत्रों के अुनसार तीन सीटों में एक सीट विपक्ष को मिल सकती है. इस सिलसिले में जदयू अपने स्टैंड का खुलासा रविवार को कर सकता है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के पटना पहुंचने पर जदयू में गहमागहमी तेज हो गयी है. सरकार के मंत्री श्रवण कुमार और विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी उनसे मिलने आये. शरद से मंत्री रंजू गीता, पूर्व सांसद दिनेश चंद्र यादव और विधायक अरुण यादव ने भी मुलाकात की. राजकीय अतिथिशाला में ठहरे शरद ने अपनी उम्म्ीदवारी पर मुहर नहीं लगायी लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक शरद यादव के नाम पर सहमति बन चुकी है.
दो सीटों पर पार्टी के खुद चुनाव लड़ने या किसी अन्य विकल्प स्वीकारने पर मंथन जारी है. रविवार को शरद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की जायेगी.
इधर, साबिर अली ने कहा कि उनके समर्थकों ने उम्मीदवारी के लिए नामांकन के परचे लाये हैं. उन्होंने खुल कर कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है. संभावना बनी है, लेकिन अभी कोई निर्णय नहीं लिया है.
क्या कहा था नीरज ने
जदयू विधान पार्षद नीरज कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से नैतिकता के आधार पर तीनों सीटों पर प्रत्याशी नहीं खड़ा करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा की खाली हुई ये तीनों सीटें विपक्षी दलों (भाजपा-राजद-लोजपा) के कोटे की हैं. ऐसे में नैतिकता का तकाजा है कि तीनों सीटों के लिए चुनाव में जदयू प्रत्याशी न उतारे. प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने नीरज कुमार के प्रस्ताव का समर्थन किया है. फिलहाल पार्टी को उम्मीद है कि नामांकन के दिन तक बीच का रास्ता निकाल लिया जायेगा.