पटना: एक फॉल्ट के कारण पिछले करीब 90 घंटों से पश्चिमी व मध्य पटना में बिजली-पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. चौथे दिन शनिवार को भी दो दर्जन से ज्यादा इलाकों में रहनेवाले करीब सात लाख आबादी का जीवन अस्त-व्यस्त रहा.
बिजली आपूर्ति चौपट होने से ऊमस भरी गरमी में लोग दिन-रात हाथ पंखा ङोलने को विवश थे. रात जग कर बिताना पड़ रहा है, तो सुबह में पीने के पानी को लेकर दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है. पेसू प्रशासन के कर्मी चौथे दिन भी फॉल्ट दुरुस्त करने में जुटे रहे.
हालांकि, पेसू की लचर व्यवस्था के कारण इसकी प्रगति काफी धीमी है. दक्ष और कुशल तकनीशियनों की कमी के कारण केबल को ठीक करने में ही चार दिन लग गये.
पेसू प्रशासन ठेकेदारी व्यवस्था पर निर्भर है. वहीं पेसू(पश्चिमी) के अधीक्षण अभियंता दिलीप कुमार सिंह ने प्रभात खबर से बातचीत में दावा किया कि केबल फॉल्ट दुरुस्त कर बिजली आपूर्ति सामान्य कर दी जायेगी. सिंचाई फीडर भी देर रात तक चालू कर लिए जाने की बात कही गयी.
सीएम ने कहा, सुधरेगी बिजली आपूर्ति
प्रदेश में बिजली की समस्या पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले 600 मेगावाट बिजली मिलती थी, अभी 2500 मेगावाट बिजली मिल रही है. संचरण लाइन की कमी के कारण दिक्कत हो रही है. साल के अंत तक 3 हजार व 2015-16 तक 5 हजार मेगावाट बिजली मिलेगी. बिजली आपूर्ति सुदृढ़ करने के लिए ट्रांसफॉर्मर, तार, पोल आदि लगाने की प्रक्रिया हो रही है.
इन इलाकों में ज्यादा परेशानी
बोर्ड कॉलोनी, पटेल नगर, शिवपुरी, कलेक्ट्रियट, पीएमसीएच, अंजुमन इस्लामिया, बीएल कॉलेज, सिविल कोर्ट, खजांची रोड, मखनियां कुआं, बैंक रोड, गांधी मैदान, बुद्ध मार्ग, बोरिंग रोड, बोरिंग कैनाल रोड, उत्तरी-पश्चिमी आनंद पुरी, एसके पुरी, पाटलिपुत्र कॉलोनी, न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी, महेश नगर, इंद्रपुरी, राजीव नगर, नागेश्वर कॉलोनी, किदवईपुरी, पीएनटी कॉलोनी, बुद्ध मार्ग, वीरचंद पटेल पथ, स्टेशन रोड, डाकबंगला चौराहा, फ्रेजर रोड, बंदर बगीचा, मौर्यालोक शौपिंग कॉम्प्लेक्स, एक्जीबिशन रोड, जमाल रोड, एसपी वर्मा रोड.
अलग-अलग मोहल्लों में अलग समस्या : पटना के अलग-अलग इलाकों में लोग अलग-अलग किस्म की समस्या ङोल रहे हैं. पश्चिमी पटना में केबल फॉल्ट के कारण मात्र नौ से दस घंटे बिजली मिल रही है, तो पूर्वी और दक्षिणी इलाकों में लोड शेडिंग की समस्या है. कई मोहल्लों में तो लोग रात भर जग कर काट रहे हैं. पीने के पानी की भी समस्या खड़ी हो रही है. यहां तक कि इनवरटर भी काम नहीं कर रहा है.
प्रदेश का हाल
पीक आवर में डिमांड 3500 मेगावाट, आपूर्ति 2135 मेगावाट
सबसे ज्यादा निजी कंपनियों से 753 मेगावाट बिजली खरीदी गयी
हर जिले में हो रही कटौती, कहीं भी 20-22 घंटे आपूर्ति नहीं
सीतामढ़ी में लोगों ने दो कर्मियों को बंधक बनाया
पटना सिटी में सड़क पर उतरे लोग, हंगामा