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स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़ा करते हुए फिर से रिजल्ट जारी करने की मांग, नर्स बहाली में धांधली को लेकर सड़क पर लोग

पटना : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में स्टाफ नर्स के लिए जारी किये गये रिजल्ट और उसमें बरती गयी धांधली के खिलाफ शुक्रवार को सवर्ण सेना, नेशनल एंटी क्राइम ह्यूमन राइट काउंसिल ऑफ इंडिया, पारा मेडिकल स्टाफ, अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों की नर्सिंग छात्र-छात्राओं आदि ने मिल कर जारी किये गये रिजल्ट के प्रति विरोध प्रकट […]

पटना : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में स्टाफ नर्स के लिए जारी किये गये रिजल्ट और उसमें बरती गयी धांधली के खिलाफ शुक्रवार को सवर्ण सेना, नेशनल एंटी क्राइम ह्यूमन राइट काउंसिल ऑफ इंडिया, पारा मेडिकल स्टाफ, अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों की नर्सिंग छात्र-छात्राओं आदि ने मिल कर जारी किये गये रिजल्ट के प्रति विरोध प्रकट किया. इतना ही नहीं आंदोलन कर रहे लोगों ने स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़ा करते हुए फिर से रिजल्ट जारी करने की मांग की.
सड़क पर उतर डायरेक्टर का फूंका पुतला : सवर्ण सेना के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पैदल मार्च निकाला और गांधी मैदान स्थित कारगिल चौक पर पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया. इस दौरान सेना के लोगों ने संस्थान के डायरेक्टर डॉ एनआर विश्वास सहित कई जिम्मेदार नेता व मंत्रियों का पुतला फूंका. सवर्ण सेना के अध्यक्ष भागवत कुमार शर्मा ने बताया कि आईजीआईएमएस में 19 सितंबर को जारी किये गये 123 स्टाफ नर्सों के रिजल्ट में पूरी तरह से धांधली की गयी है.
भागवत ने कहा कि रिजल्ट जारी होने से पहले ही कई छात्रों ने सवर्ण सेना से शिकायत की है कि परीक्षा से 10 घंटे पहले पेपर आउट कर वाट्सएप पर जारी कर दिया गया था. पेपर आउट होने की सूचना संस्थान प्रशासन को भी कई छात्रों ने दी बावजूद न तो इसकी जांच हुई और नहीं परीक्षा रद्द कर दुबारा से कराया गया. भागवत ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से इस मामले में जांच कर फिर से रिजल्ट जारी करने की मांग की गयी है. अगर मांगें पूरी नहीं की गयीं, तो बिहार स्तर पर आंदोलन होगा. 2017 में भी नर्सों की नियुक्ति में गड़बड़ी का मामला सामने आया था.
क्या है मामला
आईजीआईएमएस में 123 पदों पर स्टाफ नर्सों की बहाली के लिए 15 जुलाई को शहर के तीन सेंटरों पर लिखित परीक्षा ली गयी थी. पटना में आयोजित इस परीक्षा में बिहार के अलावा कई राज्यों से 3680 छात्रों ने परीक्षा दी थी, जिसका रिजल्ट 19 सितंबर को संस्थान ने वेबसाइट पर डाल दिया. लेकिन छात्रों का आरोप है कि जो रिजल्ट जारी किया गया है, उसमें पूरी तरह से धांधली की गयी है. परीक्षा से 10 घंटे पहले वाट्सएप पर पेपर आउट की कॉपी पहुंच गयी थी. इसके अलावा परीक्षा से एक दिन पहले 300 से अधिक छात्रों को उम्र सीमा अधिक बता कर छांटने का भी आरोप छात्रों ने लगाया था.

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