पटना: स्त्री विभाग से रविवार की देर रात एक व्यक्ति एक बच्चे को लेकर बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था. इसी दौरान एक महिला ने उसे पूछा कि इतनी रात में बच्चे को कहां ले जा रहे हो.
इतना सुनने के बाद व्यक्ति ने बच्च को नीचे लिटा दिया और वहां से भाग निकला. महिला हल्ला करने लगी तो लोग जुट गये, तब तक बच्च चुराने वाला भाग चुका था. उक्त बच्चे के परिजन भी वहां पहुंच गये और अपने बच्चे को ले गये. सूचना मिलने पर जब प्रभात खबर ने मामले की जानकारी लेनी चाही, तो सुरक्षा कर्मियों ने वार्ड में जाने से मना कर दिया.
दूसरी ओर अस्पताल प्रशासन ने भी इस तरह की घटना के प्रति अनभिज्ञता जाहिर की है. स्त्री विभाग से बच्चा चोरी होने के बाद कभी परिसर से एंबुलेंस हटाने, तो कभी परिसर में एक्स आर्मी मैन की नियुक्ति, तो कभी इमरजेंसी में एक से अधिक व्यक्ति को नहीं जाने देने का निर्देश, तो कभी दलालों को पकड़ने की बातें होती रही हैं. इसे लेकर कई बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन मामला महज कागजों तक ही सीमित है. अस्पताल प्रशासन की ओर से हर दिन बैठक करने के बाद एक निर्देश जारी किया जाता है, लेकिन उसका फायदा मरीजों को मिल रहा है या नहीं, इसे देखनेवाला कोई नहीं हैं.