नयी दिल्ली: नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में बिहार को बडा हिस्सा मिला है. राज्य के चार सांसदों को मंत्री बनाया गया. संप्रग-2 के समय बिहार से एक भी मंत्री नहीं था.भाजपा 2009 के लोकसभा चुनाव जदयू के साथ मिलकर लडी थी और उसने 12 सीटें जीती थीं लेकिन इस बार के चुनाव में यह आंकडा बढकर 22 हो गया है. इस बार राज्य में भाजपा ने राम विलास पासवान की लोजपा तथा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के साथ गठबंधन किया.
लोजपा के खाते में छह सीटें आयी हैं जबकि आरएलएसपी को तीन सीटें मिलीं. पिछले लोकसभा चुनाव में 20 सीटें जीतने वाली जदयू इस बार केवल दो सीटें जीत पायी. लालू प्रसाद की राजद ने चार सीटें, कांग्रेस दो, राकांपा एक और निर्दलीयों ने दो सीटें जीती हैं.
मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी शामिल हुए। खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद मांझी ने राज्य की बागडोर संभाली. भाजपा को उम्मीद है कि वह अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों में लोकसभा चुनाव का प्रदर्शन दोहराएगी.
मोदी के साथ आज शपथ लेने वालों में भाजपा के रवि शंकर प्रसाद और राधा मोहन सिंह, लोजपा के पासवान (सभी कैबिनेट मंत्री) और आरएलएसपी के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा शामिल हैं. कुशवाहा राज्य मंत्री हैं.
पांच बार के सांसद राधा मोहन सिंह 2006 से 2009 के बीच बिहार भाजपा के अध्यक्ष थे. वह पूर्व के जनसंघ में भी काम कर चुके हैं.पूर्व की राजग सरकार में रवि शंकर प्रसाद सूचना प्रसारण मंत्री थे जबकि पासवान 1996 से किसी न किसी गठबंधन सरकार में मंत्री रहे. केवल संप्रग-2 में वह मंत्री नहीं बन पाये थे.कुशवाहा जदयू के सांसद थे लेकिन बाद में नीतीश कुमार से अलग होकर उन्होंने आरएलएसपी बनायी और इस बार भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लडा. आरएलएसपी ने तीन उम्मीदवार खडे किये थे और तीनों ही चुनाव जीत गये.