पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की खबर से जदयू विधायक खुश नहीं दिखे. जैसे ही मुख्यमंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस समाप्त हुई, दर्जन भर से अधिक विधायक 1 अणे मार्ग पहुंच गये. तरारी के जदयू विधायक नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय जोर-जोर से बोलने लगे.
उन्होंने कहा, इस्तीफे का फैसला उचित नहीं है. विधायक इसके लिए राजी नहीं हैं. बिना विधायकों की राय के इस्तीफा उचित नहीं. उन्होंने मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे भी लगाये. सुनील पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस्तीफा वापस नहीं लिया, तो वह आत्मदाह कर लेंगे. तब तक विधायक मुन्ना शाही, राजेश सिंह, मंत्री लेसी सिंह, विधायक सतीश कुमार, विधान पार्षद महाचंद्र प्रसाद सिंह, विधायक जाकिर अनवर समेत अन्य विधायक भी पहुंच चुके थे. विधायकों ने वहां मौजूद मंत्री विजय कुमार चौधरी को घेर लिया. सुनील पांडेय ने कहा कि हमलोग नीतीश कुमार को छोड़ दूसरे किसी को नेता नहीं मानेंगे.
* सभी नीतीश के साथ : विधायक राजेश सिंह ने कहा कि विधायक नीतीश कुमार के साथ हैं. कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है. मंत्री शाहिद अली खान ने कहा, सारे विधायक नीतीश कुमार के साथ हैं. इन्हें नेता पद के लिए तैयार होना पड़ेगा. विधायक मुन्ना शाही ने कहा कि विधायकों की राय जानने के बाद यह निर्णय लिया जाना चाहिए था. विधायकों का देर रात तक मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचना जारी था. सबकी जुबां पर यही चर्चा थी कि विधायक दल की बैठक में ही इस्तीफे पर चर्चा होनी चाहिए थी. इधर, इस्तीफे की खबर सुन जदयू के सैकड़ों कार्यकर्ता जमा हो गये. अंदर-बाहर इस्तीफे को लेकर तरह तरह के कयास लगाये जाते रहे.
* नैतिकता का बड़ा उदाहरण : सपा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र सिंह यादव ने कहा कि चुनाव में हार की जिम्मेवारी लेते हुए इस्तीफा देकर नीतीश कुमार ने नैतिकता का बड़ा उदाहरण पेश किया है.
* हमें इस्तीफा मंजूर नहीं : मुख्यमंत्री नीतीश के इस्तीफे की सूचना मिलते ही जदयू विधायक सीएम हाउस पहुंचने लगे. सबने मुख्यमंत्री के साथ होने की बात कही. समर्थन में नारे भी लगाये. पत्रकारों से बातचीत करते विधायक राजेश कुमार, इजहार अहमद.