वैशाली : मोदी लहर को ‘हवा-हवाई’ करार देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि इस चुनाव में दो विचारधाराओं के बीच मुकाबला है तथा बांटने वाली ताकतों के खिलाफ सभी धर्मनिरपेक्ष लोगों के एकजुट होने से हमारे पक्ष में अप्रत्याशित परिणाम सामने आयेंगे. वैशाली से राष्ट्रीय जनता दल के निवर्तमान सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘इस चुनाव में दो विचारधाराओं के बीच मुकाबला है. एक ओर जहां भाजपा जैसी समाज को बांटने वाली शक्तियां हैं तो दूसरी ओर देश के बहुसंख्य धर्मनिरपेक्ष लोग हैं. अब सब लोग एकजुट हो गए हैं. धर्मनिरपेक्ष वोट एकजुट हो गया है. इसका हमें जबर्दस्त फायदा मिल रहा है.’’
भाजपा के देश में ‘मोदी लहर’ होने के दावे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘देश अथवा बिहार में कहीं कोई मोदी लहर जैसी बात नहीं है. यह भाजपा, आरएसएस और कारपोरेट प्रचार तंत्र का हिस्सा है जिसे मीडिया एवं अन्य प्रचार माध्यमों से परोसा जा रहा है. ऐसी कोई लहर नहीं है. सब हवा..हवाई है.’’ रघुवंश ने कहा, ‘‘गांव में और आम जनता के बीच ऐसी कोई बात नहीं है. लोग परेशान हैं और अपनी छोटी छोटी और स्थानीय समस्याओं का समाधान चाहते हैं.’’राजद के निवर्तमान सांसद ने कहा, ‘‘करोडों रुपये खर्च करके भाजपा और मोदी का प्रचार किया जा रहा है. यह पैसा कहां से आ रहा है. दिल्ली में मीडिया एवं अन्य माध्यमों में जो खबरें आ रहीं हैं, जमीनी हकीकत उससे बिल्कुल उलट है. राजद का जनाधार बढा है, लोगों का व्यापक समर्थन मिल रहा है और पार्टी के पक्ष में चौंकाने वाले परिणाम आयेंगे.’’ रघुवंश ने दावा किया, ‘‘राजद का मुख्य मुकाबला भाजपा से है. मोदी देश का प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं लेकिन देश किसी साम्प्रदायिक तानाशाह को कभी स्वीकार नहीं करेगा.’’विभिन्न चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चुनावी महापंडितों को निराश होना पडेगा.
जदयू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में एक सवाल के जवाब में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘वह अपनी ओर से कोशिश कर रहे हैं लेकिन जनता उनसे काफी दूर हो गई है. वह मुकाबले में ही नहीं हैं.’’वैशाली के अभी भी विकास की मुख्यधारा से कटे होने के आरोपों के बारे में रघुवंश ने कहा कि राज्य सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने के बावजूद अपने स्तर पर उन्होंने काफी काम किया, चाहे शिक्षा के क्षेत्र में काफी संख्या में पुस्तकालय स्थापित करने की योजना हो, सडकों का निर्माण हो या व्यापक वृक्षारोपण एवं रोजगार सृजन संबंधी कार्यक्रम हो. आगे भी जनता के सहयोग से क्षेत्र के विकास का काम जारी रहेगा.