पटना: सूबे के सभी जिलों के स्कूली बच्चों को इस बार गरमी की छुट्टी नहीं मिलेगी. जिन जिलों में बाढ़ की आशंका है, वहां गरमी की छुट्टी नहीं होगी. ऐसे 20 जिलों के 119 प्रखंडों में स्कूली बच्चों को बाढ़ की छुट्टी मिलेगी. वे भीषण गरमी में भी स्कूल जायेंगे. सूबे के सरकारी स्कूलों में मई के अंतिम सप्ताह से गरमी की छुट्टी शुरू हो रही है.गरमी की छुट्टी के लिए सभी जिलों ने अपने-अपने कैलेंडर बनाये हैं. 26 मई से लेकर सात जून के बीच सूबे के सरकारी स्कूलों में गरमी की छुट्टी हो जायेगी.
20 दिनों के लिए स्कूल बंद : गरमी छुट्टी में स्कूल बीस दिनों के लिए बंद होंगे. इसके बाद जब स्कूल खुलेगा, तो स्कूल मॉर्निग के बजाय पूर्व निर्धारित समय सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक चलेगा. बरसात के दिनों में सूबे के मुख्य रूप से 20 जिले बाढ़ प्रभावित रहते हैं. इन बीस जिलों के 119 प्रखंडों के अलावा दूसरे जिलों के दियारा क्षेत्र के स्कूली बच्चों को भी बरसात में बाढ़ की छुट्टी मिलेगी. बाढ़ की आशंकावाले इन 119 प्रखंडों के बच्चों को बरसात में जितने दिनों तक बाढ़ का प्रभाव रहेगा, छुट्टी मिलेगी. इससे एक जिले के कई प्रखंडों में गरमी की छुट्टी होगी, लेकिन कई प्रखंडों में गरमी में स्कूल चलेंगे.
इन जिलों में बाढ़ की छुट्टी
किशनगंज, पूर्णिया, अररिया, मुजफ्फरपुर, कटिहार, सुपौल, सहरसा, गोपालगंज, बेगूसराय, सारण, पटना, भोजपुर, बक्सर, वैशाली, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, समस्तीपुर, लखीसराय और पूर्वी चंपारण.
जिलों ने गरमी छुट्टी के लिए अपना-अपना कैलेंडर तैयार किया है. 26 मई से सात जून के बीच सरकारी स्कूलों में गरमी की छुट्टी हो जायेगी. वैसे जिले, जहां बाढ़ आती है, वहां के संबंधित प्रखंडों में गरमी छुट्टी नहीं होगी. उन प्रखंडों में बाढ़ की छुट्टी होगी.
आरएस सिंह, प्रभारी निदेशक सह संयुक्त निदेशक, प्राथमिक शिक्षा